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क्या लोकसभा चुनाव को लेकर सीएम विजयन की बेटी से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में होने वाली है पूछताछ…

तिरुवनंतपुरम . इन दिनों केरल की राजनीतिक गलियारों में दो मसलों को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार है. पहला, आनें वाले 26 अप्रैल को होने जा रहे लोकसभा चुनाव को लेकर और दूसरा सीएम पिनाराई विजयन की बेटी वीणा विजयन से मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में होने वाली पूछताछ.

लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार करने केरल पहुंचे अब तक के सभी भाजपा नेताओं ने सीपीआई(एम) के कार्यकाल में हुए करप्शन पर जमकर निशाना साधा है. भाजपा के सभी नेताओं ने सीपीआई (एम) नियंत्रित सहकारी बैंकों में हुए बड़े पैमाने पर करप्शन और वीणा के स्वामित्व वाली आईटी फर्म एक्सलॉजिक द्वारा किए गए लेनदेन की ओर इशारा किया है.

वीणा और उसकी आईटी फर्म की मुश्किलें तब खड़ी हुईं, जब कांग्रेस पार्टी विधायक मैथ्यू कुझालनदान ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर इस मामले को उठाने का कोशिश किया. रिपोर्ट में एक इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी का हवाला देते हुए बोला गया कि विजयन की बेटी वीणा की आईटी फर्म एक्सलॉजिक को एक खनन कंपनी से 1.72 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं. आईटी फर्म में केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम का 13 फीसद हिस्सा था.

इसके बाद, कंपनी रजिस्ट्रार और गंभीर फर्जीवाड़ा जांच कार्यालय ने जांच के आदेश दिए. इसी जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय ने सीएमआरएल सहित अन्य पक्षकारों से विस्तार से पूछताछ की थी.

सीएम विजयन ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने साफ कर दिया था कि जब दो सीएम सलाखों के पीछे हैं, तो पीएम सीएम विजयन को लेकर आखिर इतने सॉफ्ट क्यों हैं?

विजयन ने पलटवार करते हुए बोला कि वो जांच से नहीं डरते हैं, क्योंकि आपातकाल के दौरान उनकी दादी इंदिरा गांधी ने उन्हें कारावास में डाला था.

कांग्रेस की केरल इकाई लगातार प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विजयन पर निशाना साधा रही है. कांग्रेस पार्टी का बोलना है कि दोनों नेता आपस में मिले हुए हैं. दोनों की आपस में सहमति हो चुकी है. अब ऐसी स्थिति में कुछ नहीं हो सकता.

इस बीच, समाचार है कि प्रवर्तन निदेशालय आनें वाले दिनों में वीणा से पूछताछ कर सकती है.

अब यदि यह दूसरे चरण के चुनाव से पहले होता है, तो निसंदेह यह विजयन या वामपंथी दलों के लिए बड़ा झटका हो सकता है.

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