केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों में संक्रमण रोकने के लिए उठाया ये महत्वपूर्ण कदम
कोलकाता, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों में संक्रमण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाया हैं। इसके अनुसार डॉक्टर, नर्स सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी को ड्यूटी के दौरान कोहनी से नीचे कोई भी आभूषण नहीं पहनने की राय दी है। मंत्रालय के इस आदेश की कॉपी केंद्र गवर्नमेंट द्वारा संचालित सभी हॉस्पिटल के अधीक्षक और निदेशक को भेज दी गयी है। ज्ञात हो कि अक्सर देखा जाता है कि हॉस्पिटल में भर्ती रोगी को ठीक होने से पहले ही वह दूसरे संक्रमण का शिकार हो जाता है। रक्त में संक्रमण का स्तर बढ़कर मौत तक पहुंच जाता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टर, नर्स सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी के लिए जारी किया दिशा-निर्देश
चिकित्सकों के अनुसार, चूड़ियां, कंगन, अंगूठी, घड़ी, मोबाइल टेलीफोन से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जानकारों का बोलना है कि हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर जोन आइसीयू, एचडीयू, ऑपरेशन थिएटर, पोस्ट-ऑपरेटिव वार्ड में सबसे अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इसलिए केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन जगहों पर कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष रूप से सावधानी बरतने को बोला है। डॉक्टरों के अनुसार, क्लेबसिएला, स्टैफिलोकोकस, एसिनेटोबैक्टर जैसे बैक्टीरिया- वायरस इन क्षेत्रों से फैलते हैं। चूड़ियां, कंगन, अंगूठी, घड़ी, मोबाइल टेलीफोन के संपर्क में आने से उक्त बैक्टीरिया- वायरस का प्रसार सरलता से हो सकता है।
400 टॉयलेट के बराबर कीटाणु मोबाइल टेलीफोन में होता है चिपका
इसलिए इन सभी जगहों पर मोबाइल फोन, गहने और घड़ी आदि का इस्तेमाल न करें। बाल बीमारी जानकार प्रो। डॉ अपूर्व घोष के मुताबिक, चूड़ियां, कंगन, अंगूठी, घड़ी, मोबाइल टेलीफोन से संक्रमण फैलता है। इस तरह के संक्रमण से रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। 400 टॉयलेट के बराबर कीटाणु मोबाइल टेलीफोन में चिपका होता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का यह कदम संक्रमण के खतरे से बचने में अहम किरदार निभायेगा।
सैनिटाइजर के इस्तेमाल से भी अंगूठियों पर जमा होने वाले बैक्टीरिया नष्ट नहीं होते
देश में कोविड-19 की पहली लहर के दौरान भी जानकारों ने बोला था कि कंगन, अंगूठी, घड़ी आदि से भी कोविड-19 वायरस फैल सकता है। संक्रमण से बचने के लिए लोगों ने इन गहनों और सामानों का इस्तेमाल कम कर दिया। डॉ घोष ने 2018 में हुए जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी में एक शोध का का हवाला देते हुए कहा कि जब स्वास्थ्य कर्मी रोगी की चिकित्सा के दौरान अंगूठियां पहनते हैं, तो बैक्टीरिया उनकी अंगूठियों पर जमा हो सकते हैं। सैनिटाइजर के इस्तेमाल से भी अंगूठियों पर जमा होने वाले बैक्टीरिया नष्ट नहीं होते।