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कांग्रेस छोड़ने वाले गौरव वल्लभ बीजेपी में हुए शामिल

 कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने सामान्य सदस्यता समेत सभी पदों से त्याग-पत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया है गौरव वल्लभ, जिन्होंने आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी से अपना त्याग-पत्र बताया, दिल्ली में बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए. बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बोला कि मैंने कांग्रेस पार्टी पार्टी छोड़ने के कारण के बारे में अपना पत्र सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है.

उस पत्र में, मैंने अपने दिल की ताकत व्यक्त की है. ये प्रश्न तब से मेरे मन में हैं. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण. जब अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण दिया गया, तब भी कांग्रेस पार्टी पार्टी ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया, जिसे मैं स्वीकार नहीं कर सका. जब गठबंधन पार्टी के कई नेताओं ने सनातन धर्म के विरुद्ध प्रश्न उठाए तो कांग्रेस पार्टी पार्टी चुप रही. अब मैं भाजपा में शामिल हो रहा हूं मुझे आशा है कि भाजपा मेरे कौशल का ठीक इस्तेमाल करेगी

इससे पहले उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में कहा, ”मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि कांग्रेस पार्टी दिशाहीन रास्ते पर जा रही है मैं सनातन के विरुद्ध नहीं बोल सकता या राष्ट्र को विकास के पथ पर ले जाने वालों की आलोचना नहीं कर सकता. इसलिए मैं सभी पदों से त्याग-पत्र देता हूं पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक गयी है एक पेज में जातिवार गणना की बात कही गई है. वहीं दूसरी ओर पार्टी हिंदू समुदाय का विरोध करती है इस प्रकार की नीतियों से लोगों में पार्टी के प्रति गलत धारणा बनती है.

कांग्रेस पार्टी लोगों को यह आभास दे रही है कि वह सिर्फ़ एक धर्म का समर्थन करती है. यह कांग्रेस पार्टी के मूल सिद्धांत के विरुद्ध है कांग्रेस की सारी आर्थिक नीतियां राष्ट्र में धन जोड़ने वालों के विरुद्ध हैं. आज हमारी अर्थव्यवस्था में उदारवाद, निजीकरण और वैश्वीकरण है. दुनिया के राष्ट्रों ने इन्हें मान्यता दी है क्या हमारे राष्ट्र में बिजनेस करके पैसा कमाना इतनी बड़ी गलती है? जब मैं कांग्रेस पार्टी पार्टी में शामिल हुआ, तो मेरा उद्देश्य आर्थिक मामलों पर राष्ट्र के भलाई में अपने कौशल का इस्तेमाल करना था. भले ही हम सत्ता में नहीं हैं

आर्थिक विचारों वाला चुनावी घोषणापत्र दे सकते थे लेकिन पार्टी में इस पर विचार नहीं किया गया उन्होंने कहा, ”उन्होंने मेरे जैसे आर्थिक दृष्टिकोण वाले आदमी को दबाया और दम घोंटा है. प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने पहली बार 2019 में झारखंड के जमशेदपुर पूर्वी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़कर चुनावी राजनीति में प्रवेश किया. गौरव वल्लभ 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में उदयपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. वह भाजपा उम्मीदवार से हार गये

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