राष्ट्रीय

एवरेस्‍ट पर भारत ने रचा इत‍िहास, 12वीं की छात्र Kamya Karthikeyan ने छुई सबसे ऊंची चोटी

Kamya Karthikeyan: 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे अमूमन विद्यालय पूरा करने के बाद करियर के बारे में सोचना प्रारम्भ करते हैं. मगर मुंबई के एक विद्यालय में पढ़ने वाली काम्या कार्तिकेयन ने महज 16 वर्ष की उम्र में इतिहास रच दिया है. वो दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने वाली दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की बन गई हैं.

12वीं की विद्यार्थी हैं काम्या कार्तिकेयन

काम्या कार्तिकेयन मुंबई के नेवी चिल्ड्रन विद्यालय में कक्षा 12वीं की विद्यार्थी हैं. काम्या के पिता भी भारतीय जल सेना में अधिकारी हैं. सोमवार की सुबह काम्या उस समय लाइमलाइट में आ गईं, जब उनके माउंट एवरेस्ट चढ़ने की समाचार सामने आई. काम्या ने अपने पिता के साथ 3 अप्रैल को माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई प्रारम्भ की थी और 20 मई को वो 8,849 मीटर ऊंची चोटी पर पहुंच गईं. हालांकि एवरेस्ट जीतने से पहले भी काम्या ने कई बड़े पहाड़ों को जीत किया है.

सात वर्ष की उम्र में प्रारम्भ की ट्रेकिंग

सात वर्ष की उम्र में जहां बच्चों का बचपन खेल-कूद और पढ़ाई में बीतता है, वहीं काम्या कार्तिकेयन ने महज सात वर्ष में ही पहाड़ चढ़ने प्रारम्भ कर दिए थे. 2015 में उन्होंने 12 हजार फीट ऊंचा चंद्रशिला पर्वत जीत किया था. काम्या की ट्रेकिंग का सिलसिला तभी से जारी है. इसके बाद उन्होंने हर की दून (13,500 फीट), केदारकांठा (13,500 फीट) और रूपकुंड लेक (16,400 फीट) को भी जीता. 2017 में वो नेपाल में उपस्थित 17,600 फीट ऊंचे एवरेस्ट के बेस कैंप तक भी गईं. 2019 में उन्होंने भृगु लेक (14,100 फीट) और हिमाचल प्रदेश में उपस्थित 13,850 फीट ऊंचे सर पास का भी ट्रेक पूरा किया था.

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरुस्कार जीता

छोटी सी उम्र में इतिहास रचने वाली काम्या कार्तिकेयन के ऐडवेंचर्स का खर्च टाटा स्टील एडवेंचर फंड (TSAF) उठाती है. TSAF के मुताबिक 3 अप्रैल को काम्या अपनी टीम के साथ काठमांडू पहुंची थीं. ट्रेकिंग की सारी जानकारी हासिल करने के बाद काम्या ने एवरेस्ट बेस कैंप से आगे की चढ़ाई प्रारम्भ की और सोमवार को 20 मई की सुबह वो एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच गईं. बता दें कि काम्या को पीएम राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरुस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.

काम्या का अगला लक्ष्य

काम्या कार्तिकेयन का लक्ष्य सातों महादेशों की सबसे ऊंची चोटियों को जीत करना है. माउंट एवरेस्ट चढ़ने के साथ काम्या ने 6 महादेशों की सबसे ऊंची चोटी पर जीत का परचम लहरा दिया है. 2020 में उन्होंने लैटिन अमेरिका के माउंट
एकांकागुआ को जीता था और ऐसा करने वाली काम्या दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन गई थीं. अब उनका अगला लक्ष्य अंटार्कटिक का माउंट विंसन मसिफ है. काम्या इसी वर्ष दिसंबर में अंटार्कटिक का ये ट्रेक प्रारम्भ करेंगी.

Related Articles

Back to top button