एम्स में लागू हुआ नया आदेश, मरीजों की बढ़ सकती है मुसीबत
ऑल इण्डिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज नयी दिल्ली में नया आदेश लागू किया गया है। जिससे राष्ट्र के कोने-कोने से आने वाले रोगियों को कठिनाई हो सकती है। खासतौर पर वे लोग जो जेब में पैसा तो लेकर तो अस्पताल आते हैं लेकिन उनके पास स्मार्टफोन या कार्ड से पेमेंट करने की सुविधा नहीं है, उन्हें एम्स से भूखा लौटना पड़ सकता है।
बता दें कि एम्स नयी दिल्ली के सभी कैफेटेरिया में 100 प्रतिशत डिजिटल पेमेंट सिस्टम लागू कर दिया गया है। इन सभी कैफेटेरिया में अस्पताल स्टाफ, रोगी या अटेंडेंट जो भी खाने-पीने की चीजें या खाना खरीदेंगे, उसके लिए उन्हें नकद भुगतान की अनुमति नहीं होगी। इन सभी कैफेटेरिया में नकद पेमेंट को बंद कर दिया गया है।
एम्स के डायरेक्टर प्रो। एम श्रीनिवास की ओर से जारी आदेश में बोला गया है कि एम्स के सभी कैफेटेरिया के काउंटर्स पर केवल डिजिटल मोड से पेमेंट जिसमें स्मार्ट कार्ड, यूपीआई, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और टेलीफोन से पेमेंट हो सकेगी। उन्होंने बोला कि डिजिटल पेमेंट के पहले दिए गए आदेश के बावजूद देखा गया कि कई कैफेटेरिया में नकद पेमेंट भी हो रही थी।
डॉ। श्रीनिवास की ओर से बोला गया कि ऐसा अस्पताल में कैशलेस वातावरण को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। एम्स अस्पताल सभी एडवांस टैक्नोलॉजी और सर्विसेज के अतिरिक्त सबसे बेस्ट क्वालिटी की हेल्थकेयर सुविधा देने के लिए तैयार है। इसके अतिरिक्त 100 प्रतिशत डिजिटल पेमेंट सुरक्षा, पारदर्शिता और सुविधा को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। इसलिए सभी से अनुरोध है कि इस सिस्टम को स्वीकार करने और इसे बेहतर अनुभव में तब्दील करें।
इस बारे में पीआईसी मीडिया सेल की डाक्टर रीमा दादा का बोलना है कि पूरी तरह डिजिटल पेमेंट को अडॉप्ट करना एम्स की एडवांस तकनीक के लिए प्रोग्रेसिव एप्रोच को दर्शाता है। इससे न सिर्फ़ सुविधा बढ़ेगी, बल्कि सुरक्षित पेमेंट इकोसिस्टम मजबूत होगा।