राष्ट्रीय

‘एक माह पहले बेची थी  200 क्विंटल गेहूं, अब तक भुगतान नहीं’ किसान परेशान

रबी खरीद सीजन अपने आखिरी चरण में पहुंच चुका है, परंतु जिले में अनेक किसानों के खातों में बेची गई फसल की धनराशि नही पहुंच पा रही है. सोमवार को भी काफी संख्या में किसान कम्पलेन लेकर लघु सचिवालय परिसर में स्थित कृषि विभाग कार्यालय में पहुंचे. इस दौरान किसानों के खातों की जांच कर त्रुटियों को दूर करने का कोशिश किया गया. किसानों ने प्रशासन से गुहार लगाई कि जल्द उनके खातों में बेची गई फसल के रुपए जमा करवाए जायें.

दरअसल, रबी खरीद सीजन में सरसों की फसल की खरीद प्रक्रिया 26 मार्च और गेहूं की खरीद प्रक्रिया 1 अप्रैल से प्रारम्भ की गई थी. गवर्नमेंट फसल बिकने के बाद किसान के खाते में 72 घंटे के अंदर फसल की पेमेंट करती है. परंतु सोनीपत के अनेक किसानों की पेमेंट अब तक लटकी हुई है. जिसका कारण बैक खातों की वेरिफिकेशन न होना या अन्य त्रुटि होना कहा जा रहा है, जिसे ठीक करवाने के लिए किसान अब कृषि विभाग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं.

 

गांव बख्तावरपुर गढ़ी निवासी किसान रोहताश ने कहा कि उसे करीब 200 क्विंटल गेहूं बेचे हुए करीब एक माह हो चुका है, लेकिन अब तक बैक खाते में बेची गई फसल की धनराशि नही पहुंच पाई है. जिसके कारण कठिनाई झेलनी पड़ रही है. इस संबंध में कृषि विभाग कार्यालय में आकर पता चला कि खाता संबंधित कुछ त्रुटि है. प्रशासन से मांग की गई है कि जल्द परेशानी का निवारण किया जाए.

वहीं, गांव जठेड़ी के किसान रवि ने कहा कि फसल बेचने के लिए मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसलों का पंजीकरण किया था. 214 क्विंटल गेहूं मंडी में बेचा था. करीब 20 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक खाते में पैसा नही पहुंचा है. खरीफ सीजन की फसलों की बिजाई और रोपाई के लिए बीज, खाद आदि भी खरीदना है. गवर्नमेंट से मांग है कि जल्द त्रुटियों को दूर करा पैसे जारी किए जायें.

बिकी हुई फसल के पैसे खाते में न आने की वजह से किसान कार्यालय में पहुंच रहे हैं. किसानों की परेशानी के निवारण के लिए स्पेशल डेस्क बनाया गया है. त्रुटियों को दूर करने का कोशिश किया जा रहा है. किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं.

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