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असम सरकार ने नलबाड़ी में EVM ‘स्ट्रांगरूम’ की सुरक्षा में सेंध की जांच के दिए आदेश

असम गवर्नमेंट ने सात मई को बारपेटा लोकसभा क्षेत्र में मतदान के दिन नलबाड़ी जिले में ईवीएम रखने के लिए बनाए गए ‘स्ट्रांगरूम’ की सुरक्षा में कथित चूक की जांच के लिए बुधवार को आदेश जारी किया. एक आधिकारिक पत्र में गृह एवं सियासी विभाग के प्रधान सचिव बी कल्याण चक्रवर्ती को चुनाव के दिन सुरक्षा में कथित सेंध की जांच की जिम्मेदारी दी गई है.

बारपेटा लोकसभा क्षेत्र के भीतर आने वाले नलबाड़ी जिले में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को मतदान कराया गया था. गृह और सियासी विभाग ने मंगलवार रात को नलबाड़ी जिले की जिलाधिकारी वर्नाली डेका को मौजूद रहने का निर्देश देते हुए बोला कि जांच की कार्यवाही बुधवार को जिला मुख्यालय में शाम चार बजे प्रारम्भ होगी.

विभाग के उप सचिव ने पत्र में कहा, ‘‘मुझे आपको यह सूचित करने का निर्देश दिया गया है कि असम गवर्नमेंट के गृह और सियासी विभाग के प्रधान सचिव बी कल्याण चक्रवर्ती 07/07/2020 को स्ट्रांगरूम परिसर की सुरक्षा में सेंध के संबंध में जांच के लिए 22 मई 2024 को नलबाड़ी जिले का दौरा करने जा रहे हैं जो बारपेटा लोकसभा क्षेत्र के अनुसार आता है.’’

डेका के अतिरिक्त ‘स्ट्रांगरूम’ के प्रभारी मजिस्ट्रेट, सुरक्षाकर्मी और सुरक्षा में सेंध लगाने का इल्जाम लगाने वाले सियासी दलों के प्रतिनिधियों को भी चक्रवर्ती के सामने मौजूद होने के लिए बोला गया है. कांग्रेस पार्टी के बारपेटा उम्मीदवार दीप बयान ने 14 मई को निर्वाचन आयोग से कम्पलेन की थी और डेका द्वारा दर्ज कराई गई पुलिस कम्पलेन के बाद ‘स्ट्रांगरूम’ की सुरक्षा में कथित चूक की जांच करने का आग्रह किया था.

डेका ने 10 मई को पुलिस में कम्पलेन दर्ज कराई थी कि ईवीएम केंद्र के अंदर ‘एक अज्ञात व्यक्ति’ ने उनसे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता लुइत कुमार बर्मन को 10 लाख रुपये देने के लिए बोला था, जो जिलाधिकारी द्वारा की गई कथित अनियमितता को लेकर पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया पर मुखर रहा है.

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