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अमित शाह ने किया ‘APJ कलाम’ पर लिखी पुस्तक का विमोचन, बोले…

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (29 जुलाई) को बोला कि पीएम मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बड़ी प्रगति कर रहा है, यही दृष्टिकोण प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का था. “डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, मेमोरीज़ नेवर डाई” पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदुस्तान की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के लिए उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पूर्व राष्ट्रपति की प्रशंसा की.

उन्होंने बोला कि, “पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारे छात्रों, युवाओं और उनके स्टार्टअप के लिए अंतरिक्ष विज्ञान में अवसर खुले हैं. एपीजे अब्दुल कलाम का अंतरिक्ष विज्ञान में उपलब्धियों का सपना प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नवाचारों और नयी पहलों से पूरा होगा और मुझे विश्वास है कि हिंदुस्तान अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में पूरी दुनिया नेतृत्व करेगा.”  शाह ने बोला कि दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति के नक्शेकदम पर चलते हुए, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, राष्ट्र ने 55 अंतरिक्ष यान मिशन, 50 लॉन्च गाड़ी मिशन और 11 विद्यार्थी उपग्रह लॉन्च किए. उन्होंने कहा कि एक ही उड़ान में रिकॉर्ड 104 उपग्रहों (PSLV-C37, ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) को लॉन्च किया गया और एक उपग्रह के पुनः प्रवेश (पृथ्वी के वायुमंडल में) का प्रयोग भी सफलतापूर्वक पूरा किया गया. अमित शाह ने शुक्रवार को यहां एक रैली को संबोधित किया और अपनी पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई की राज्यव्यापी पदयात्रा ‘एन मन एन मक्कल’ (मेरी भूमि, मेरे लोग) को हरी झंडी दिखाई. बता दें कि, रामेश्वरम पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम (1931-2015) का गृह नगर है.

पूर्व राष्ट्रपति के जीवन और समय का जिक्र करते हुए, शाह ने बोला कि कलाम साहब, जिन्होंने अपना जीवन अखबार बांटने वाले एक ‘पेपर बॉय’ के रूप में प्रारम्भ किया था, और बाद में राष्ट्र के लिए अपने काम से सुर्खियां बटोरीं और अंततः हिंदुस्तान के राष्ट्रपति का उच्च पद ग्रहण किया. कलाम साहब ने अपने कार्यों से सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी का परिचय दिया और यही बात बताती है कि लोग उन्हें ‘जनता के राष्ट्रपति’ के रूप में याद करते हैं. उन्होंने याद किया कि कलाम साहब के राष्ट्रपति काल के दौरान, जब उनसे मिलने वाले लोग नौ दिनों के लिए राष्ट्रपति भवन में रुके थे, तो उन्होंने (राष्ट्रपति ने) उनके रहने के लिए गवर्नमेंट को 9.52 लाख रुपये भेजे थे, हालांकि प्रोटोकॉल के मुताबिक वे राज्य-अतिथि थे. फील्ड मार्शल मानेकशॉ के साथ एक बैठक के बाद, दिवंगत राष्ट्रपति ने पूर्वव्यापी असर से उनके लंबित भुगतान की प्रबंध करके ऐसे ऑफिसरों और सशस्त्र बलों के कर्मियों के प्रति अपना सम्मान दिखाया था. उनकी विनम्रता की सराहना करते हुए गृह शाह ने बोला कि कलाम एकमात्र आदमी थे, जिन्होंने राष्ट्रपति के रूप में सिर्फ़ दो सूटकेस के साथ राष्ट्रपति भवन में प्रवेश किया था और पद छोड़ने के बाद एकदम उसी तरह घर गए थे.

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