सिंधु बॉर्डर पर किसानों की बैठक, रणनीति पर होगा मंथन

नई दिल्ली: सिंधु बॉर्डर पर किसानों की जल्द बड़ी बैठक होने वाली है, जिसमें आगे की रणनीति पर मंथन होगा। दूसरी ओर बेंगलुरु में सिविल कोर्ट के बाहर वकीलों ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के जींद में खाप पंचायतों ने दिल्ली कूच शुरू कर दिया है। पंचायतों का कहना है कि अगर 3 दिसंबर को सरकार से बात नहीं बनती है, तो फिर वो दिल्ली जाने वाले फल, दूध, सब्जियों की सप्लाई बंद कर देंगे। यहां किसान नेता घर घर जाकर लोगों से दिल्ली चलने की अपील कर रहे हैं।
यूथ कांग्रेस के लोगों पर वाटर केन से नी की बौछार
बुधवार दोपहर को किसानों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे को जाम कर दिया। सैकड़ों किसानों ने महामाया फ्लाईओवर के नीचे धरना दिया और DND जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया। अब यहां भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। इस दौरान पुलिस ने यूथ कांग्रेस के लोगों पर पानी की बौछारों में वाटर केन का इस्तेमाल किया। हालांकि, कुछ देर के बाद पुलिस बल द्वारा DND को खुलवाया गया।
कृषि कानून को रद्द करने की मांग
पिछले एक सप्ताह से किसान कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर हैं। किसान केंद्र सरकार से नए कृषि कानून को रद्द करने की मांग रह रहे है। दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं। एक दिसंबर को सरकार के प्रतिनिधियों और किसान नेताओं के बीच हुई बातचीत में समिति बनाने पर सहमति हुई थी जो प्रतिदिन बैठक करेगी लेकिन इसके साथ किसानों ने प्रदर्शन जारी रखने की बात भी कही थी। आज इस किसान आंदोलन में कांग्रेस खुलकर सामने आ गई। कांग्रेस ने चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी जबर्दस्त प्रदर्शन किया।
अमित शाह के घर बैठक में मंथन
सरकार के साथ पहले दौर की बातचीत विफल होने के बाद किसानों ने आंदोलन जारी रखने की बात कही है। दूसरी ओर सरकार भी एक्टिव नजर आ रही है। गृह मंत्री अमित शाह के घर बुधवार सुबह कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और पीयूष गोयल पहुंचे। इन्हीं मंत्रियों ने किसानों से चर्चा की थी। समझा जाता है कि इन मंत्रियों ने अमित शाह को किसानों से हुई बातचीत का ब्योरा दिया और आगे की रणनीति पर विचार किया। किसानों ने अभी सरकार की किसी शर्त को मानने से इनकार किया है और गुरुवार को होने वाली बैठक पर निगाहें हैं।