अखिलेश रामपुर में, आजम खां के परिवार से मिलने पहुंचे

रामपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज रामपुर पहुंचकर भाजपा सरकार के साथ दूसरे दलों और पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों को आड़े हाथ लिया। आजम खां के जेल जाने के बाद दूसरी बार रामपुर पहुंचे अखिलेश यादव ने मौलाना मोहम्मद अली यूनिवर्सिटी में प्रेस वार्ता कर कहा कि सरकार अगर भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई कर दे तो भ्रष्टचार खत्म हो जायेगा।
पुलिस अफसर ने आजम खां को फंसाया- अखिलेश यादव
जेल में बंद रामपुर के सांसद आजम खां को फंसाने में सरकार के साथ भ्रष्ट पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को इसका जिम्मेदार बताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जिस पुलिस अफसर ने आजम खां को फंसाया वह आज ट्रांसफर पोस्टिंग के गंभीर आरोप में लिप्त हैं। उनका इशारा रामपुर में पूर्व में तैनात पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा के ओर था। वह टर्मिनेट कब होंगे? अगर यह सरकार एक आईपीएस को टर्मिनेट कर दे तो उप्र का पूरा करप्शन साफ हो जायेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे आईपीएस अधिकारी वक्त आने पर टर्मिनेट होंगे।
दूसरी पार्टियों आजम खां को फंसाने का काम किया है-अखिलेश यादव
वहीं जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्हें सपा सरकार ही सिफारिश के तौर पर लाई थी। इस पर मीडिया ने सवाल किया कि क्या अधिकारी को सपा सरकार में सिफारिश के तौर पर लाया गया था तो इस पर वह गोलमोल जवाब देते नजर आये। अधिकारी कागजों में दबाव बनाकर हेरफेर करवा कर आजम खां व उनके परिवार को फंसा रहे हैं। वहीं सपा के इसके खिलाफ कोई एजीटेशन नहीं हो रहा तो उस पर अखिलेश यादव ने कहा कि इसके लिए हम जल्द साइकिल रैली निकालेंगे। वहीं दूसरे दलों द्वारा आजम खां पर डोरे डाले जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि यहीं दूसरी पार्टियां खासकर कांग्रेस के नेताओं ने ही प्रशासन से मिलकर आजम खां को फंसाने का काम किया है।
एमआईएम पार्टी के सुप्रीमो असददुदीन उवैसी के आजम खां से जेल में मिलने की बात कहने पर कहा कि मैं बरेली तक आया तो दूसरी पार्टियों का मोह जाग गया। आजम खां से मिलने क्यों नहीं आये इस सवाल पर वह बोले जब पूरा परिवार जेल में है तो किससे मिलने आते। वहीं आजम खां से जेल में क्यों नहीं मिलने गये तो उन्होंने कहा कि महामारी के नियमों के चलते उन्हें नहीं मिलने दिया गया। जो भी सहयोग है और कानूनी लड़ाई में जो भी सहयोग है वह किया जायेगा।
भाजपा सरकार को शिक्षा का दुश्मन बताते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव यानी नेता जी ने एमिटी यूनिवर्सिटी की स्थापना में बड़ा किरदार निभाया जो आज पूरी दुनिया में मशहूर है। इसी प्रकार आजम खां की यूनिवसिर्टी में उनके परिवार का तो नहीं पढ़ रहा बल्कि उन्हें आम जनता के लिए यूनिवर्सिटी की स्थापना की जिसे कागजों में हेरफेर करके अधिकारी मनमानी कर रहे हैं।
मीडिया के उपर हुए कई कार्रवाई
उप्र में मीडिया के उपर हुए कई कार्रवाई गिनाते हुए उन्होंने कहा कि आप अगर सच दिखा दो जेल न चले जाओं तो कहना। आपको बता दें कि अखिलेश यादव रामपुर में दूसरी बार आये हैं पहले आजम खां के जेल जाने के बाद आये थे। अखिलेश यादव प्रेस वार्ता से पहले आजम खां की पत्नि एंव शहर विधायक डा तंजीन फातिमा से मिलने उनके घर गये। इससे पहले भी तत्कालीन सपा सरकार में वह आजम खां के घर जा चुके हैं।”
आजम खां को जेल भेजने का काम उप्र सरकार ने अधिकारियों के साथ मिलकर किया है। जिले के पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारियों ने सरकार को खुश करने के लिए आजम खां को जेल भिजवाया है।
आजम खां की पत्नि एवं विधायक डा. तंजीन फातिमा से मिलने रामपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिले के अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह और पूर्व पुलिस अधीक्षक डा. अजय पाल शर्मा पर गम्भीर आरोप लगाये। कहा कि हम ही उन्हें अपनी सरकार में लाये थे। गलती तो हमारी है। हमसे यह किन स्तरों से सिफारिश करा रहे थे। जिन्होनें इनकी सिफारिश की थी उन्होंने कहा था कि यह ऐसे अधिकारी है जो आप कहोगे वह यह करेंगे। इन्हें दूसरे प्रदेश से लाया गया था और अब यह दूसरे प्रदेश न चलें जायें अपने कैडर में इसलिए यह अन्याय आजम खां के साथ कर रहे हैं।
बीजेपी की रणनीति है कि इन्हें उलझा कर रखा जाये ताकि सपा इसका जवाब न दिया जाये। मीडिया द्वारा पूछने पर कि आपने गलती की। तो इस पर गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि धरती पर सबसे जल्दी बदलने वाले यही लोग होते हैं। तब आपको यही अधिकारी चाय पिलायेंगे।”