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आज के दिन झाड़ू और बर्तन दोनों खरीदना क्यों होता है शुभ

धनतेरस के साथ आज से दिवाली उत्सव की आरंभ हो गयी समुद्र-मंथन के समय ईश्वर धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धनतेरस या धनत्रयोदशी के त्योहार के रूप में मनाया जाता है इस दिन ईश्वर धन्वंतरि के साथ-साथ कुबेर देवता की भी पूजा की जाती है इस मौके पर लोग सोने-चांदी से लेकर बर्तनों तक की खरीद करते हैं धार्मिक मान्यता है कि इससे घर में समृद्धि आती है 10 नवंबर शुक्रवार को धनतेरस पर्व तथा धन्वंतरि जयंती है इस तिथि को अमृत कलश के साथ धन्वंतरि प्रादुर्भाव हुआ था समुद्र मंथन से आयुर्वेद के प्रवर्तक धन्वंतरि का अवतार हुआ समुद्र मंथन से उत्पन्न विष को शंकर ईश्वर ने पान किया और नीलकट हुए अमृत को देवताओं ने विष्णु की कृपा से प्राप्त किया

आज झाड़ू और बर्तन दोनों खरीदें

प्रदोष काल में त्रयोदशी तिथि रहने से यमराज को दीपदान रात्रि में करने की बेला हो जाती है लक्ष्मी जी के अचल निवास के लिए तिल के ऑयल में दीपदान का विधान है बर्तन को लक्ष्मी का प्रतीक मानकर इस तिथि को बर्तन खरीदने की परंपरा हुई आभूषण अथवा चादी के सिक्के को लक्ष्मी का प्रतीक मानकर क्रय किया जाता है आज दोपहर 11 बजकर 47 मिनट से त्रयोदशी तिथि आ जाती है वहीं शाम 5 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 27 मिनट से वृष लग्न में बर्तन खरीदने का सर्वोत्तम मुहूर्त है रात में यमराज के निमित्त दीप दान अकाल मौत निवारक है लक्ष्मी जी को बड़ी बहन ज्येष्ठा देवी ( दरिद्रा देवी का प्रादुर्भाव इस तिथि को हुआ था नया झाड़ू ज्येष्ठा देवी का प्रतीक है अत नया झाड़ू का क्रय इस दिन अवश्य होता है इनको नमस्ते करके ही लक्ष्मी जी का नमस्ते किया जाता है आज झाड़ और वर्तन दोनों खरीदना शुभ होता है

खरीदारी और पूजा का शुभ मुहूर्त

  • अभिजीत : दोपहर 11:11-11:55 बजे
  • शुभ योग : दोपहर 11:33-12: 55 बजे
  • चर : शाम 3:40-05:02 बजे
  • लाभ : रात्रि 8:40- 09:56 बजे
  • अमृत: देर रात 1:11- 02:49 बजे

धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त

धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना अच्छा माना जाता है पंचांग के मुताबिक धनतेरस के दिन यानी आज दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 11 नवंबर 2023 की सुबह तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है ऐसे में आप इसी मुहूर्त में खरीदारी कर सकते हैं

धनतेरस लक्ष्मी पूजा मुहूर्त

हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष धनतेरस का त्योहार 10 नवंबर यानी आज रखा जा रहा है इस वर्ष धनतेरस के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 46 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक रहेगा वहीं धनतेरस पर आज पांच महायोग का संयोग बन रहा है, आज शुभकर्तरी, वरिष्ठ, सरल, सुमुख, प्रीति और अमृत योग बनेंगे इसमें पूजा और खरीदारी करने से मां लक्ष्मी साधकर पर सालभर मेहरबान रहती है

धनतेरस के दिन दीपदान और पूजन का शुभ मुहूर्त

धनतेरस का दिन खरीदारी, दीपदान और पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 46 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक रहेगा शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 1 घंटा 56 मिनट है प्रदोष काल 05 बजकर 29 मिनट से 08 बजकर 07 मिनट तक है वहीं इस दिन वृषभ काल 05 बजकर 46 मिनट से 07 बजकर 42 मिनट तक है प्रदोष काल में यम का दीपक जलाने का विधान है

 यम का दीपक जलाना कब रहेगा शुभ

धनतेरस पर खरीदारी, दीपदान और पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 46 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक रहेगा इस बार शुभ मुहूर्त के लिए कुल अवधि 1 घंटा 56 मिनट का होगा वहीं प्रदोष काल की आरंभ सुबह 05 बजकर 29 मिनट से 08 बजकर 07 मिनट तक रहेगा वहीं वृषभ काल की आरंभ 05 बजकर 46 मिनट से 07 बजकर 42 मिनट तक रहेगा इस दौरान यम का दीपक जलाना शुभ होता है

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