झड़ते बालो के लिये ये आयुर्वेदिक चाय है बहुत फायदेमंद
बेंगलुरु: बाल झड़ने की परेशानी आजकल युवाओं के बीच एक आम परेशानी बन गई है। बालों को झड़ने से रोकने के लिए लोग तरह-तरह के तरीका करते हैं लेकिन कोई खास नतीजा नहीं निकलता। बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं। ख़राब आहार, व्यायाम की कमी, देर रात तक जागना, अत्यधिक तनाव और कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं। लेकिन आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियाँ हैं जो बालों का झड़ना रोक सकती हैं। आयुर्वेदिक जानकार डाक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए बालों को झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेदिक चाय के बारे में जानकारी साझा की है। उन्होंने बोला कि चाहे बाल कितने भी झड़ रहे हों, यह आयुर्वेदिक चाय सभी मामलों में बहुत लाभ वाला है।
बालों को झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेदिक चाय
रोजाना दूध वाली चाय पीने से आपको हानि हो सकता है, लेकिन हर्बल चाय आपको कई लाभ पहुंचाती है। हर्बल चाय स्वाद के साथ स्वास्थ्य भी प्रदान करती है। बालों को झड़ने से रोकने के लिए डाॅ। दीक्षा भावसार द्वारा सुझाई गई हर्बल चाय बनाना बहुत सरल है और आप इसे घर पर बना सकते हैं।
इस आयुर्वेदिक चाय को बनाने के लिए जरूरी सामग्री
>> एक गिलास पानी
>> 10 सूखी ताजी तेज पत्तियां
>> 10 सूखी ताजी गुड़हल की पंखुड़ियां
>> 10 से 15 सूखी ताजी गुलाब की पंखुड़ियां
>> 10 करी पत्तियां
कैसे बनाएं यह आयुर्वेदिक चाय?
इस आयुर्वेदिक चाय को बनाने के लिए पत्तियों के मिश्रण को पानी में 5 मिनट तक उबालें और फिर छानकर पी लें। आप इस चाय को नियमित चाय से बदल सकते हैं। क्योंकि दूध वाली चाय आपके बालों के झड़ने की परेशानी को और बढ़ा सकती है।
चाय के औषधीय फायदे
1. लौंग
लौंग की प्रकृति गर्म होती है और यह कफ और वात को संतुलित करती है। केल आयरन, विटामिन बी, फोलेट, कैल्शियम, विटामिन ए और जिंक से भरपूर होता है, जो बालों के विकास और पोषण में जरूरी किरदार निभाता है।
2. गुड़हल
गुड़हल की प्रकृति ठंडी होती है और यह कफ और पित्त को संतुलित करता है। आयुर्वेद में इसे केश्य माना गया है। इसका मतलब है कि यह बालों की गुणवत्ता में सुधार करता है। यह विटामिन सी, फ्लेवोनोइड्स, अमीनो एसिड, म्यूसिलगिनस फाइबर, नमी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। गुड़हल आपके बालों को पोषण देता है।
3. करी पत्ता
करी पत्ते में ठंडक और हल्के गुण होते हैं। ये बालों का झड़ना कम करने में सहायता करते हैं, सफ़ेद बालों की परेशानी भी ठीक करते हैं और बालों के विकास में सुधार करते हैं। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में सहायता करता है और हार्मोन को भी संतुलित करता है। करी पत्ते एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो स्कैल्प को मॉइस्चराइज करने और मृत बालों के रोम को हटाने में सहायता करते हैं।
4. गुलाब
यह एक त्रिदोषी फूल या जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल पित्त को शांत और संतुलित करने के लिए किया जाता है। यह हल्का कसैला है और अतिरिक्त ऑयल और रूसी को कम करने में सहायता करता है। यह सूजन रोधी है इसलिए सोरायसिस और एक्जिमा के कारण बालों के झड़ने के मामलों में लाभ वाला है।