दुनिया के सबसे बड़े हिमखंड की थिकनेस और एरिया का हुआ खुलासा
हाल ही में हुए सैटेलाइट मेजरमेंट से पता चला है कि दुनिया के सबसे बड़े विशाल हिमखंड(iceberg) A-23A, की मोटाई 280 मीटर से भी अधिक है। ये हिमखंड 3,900 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है और लगभग एक ट्रिलियन टन वजन का है, आपको बता दें कि ये हिमखंड 1986 में अंटार्कटिक कोस्टलाइन से टूट गया था।
क्रायोसैट-2 सैटेलाइट से ली गई मेजरमेंट
A-23A की मोटाई यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के क्रायोसैट-2 सैटेलाइट से मापी गई है। इस मिशन में जल रेखा के ऊपर हिमखंड के हिस्से का पता लगाने के लिए एक रडार अल्टीमीटर का इस्तेमाल किया गया है।
एक्सपर्ट्स की बातें
नॉर्वे के आर्कटिक यूनिवर्सिटी के डाक्टर ऐनी ब्रैकमैन-फ़ोलगमैन के अनुसार, यह तकनीक हिमखंड की मोटाई और इसकी संरचना पर समुद्र के गर्म पानी के इफेक्ट को मॉनिटर करती है। A-23A तीन दशकों से अधिक समय से वेडेल सागर में जमी हुई थी। हाल ही में ये हिमखंड गर्म पानी की ओर बढ़ने लगा है।
शोधकर्ताओं का बोलना है कि आने वाले हफ्ते में दक्षिणी महासागर के लिए हिमखंड के ट्रेजेक्टरी को बताने में सहायता करेंगे। क्रायोसैट डेटा से पता चला है कि 2018 में A-23A के एक सेक्शन के डीप कील में लगभग 350 मीटर का ड्राफ्ट है और पिछले एक दशक में लगातार वर्ष रेट वर्ष इसकी मोटाई में कमी आई है।
समुद्र तल से टकराने से आई दरार
हिमखंड की सतह में जो दरारें बनी हैं वो समुद्र तल से भिड़न्त के कारण हुई हैं, जो हिमखंड के स्ट्रकचरल चेंजेज के बारे में बताती हैं। जैसे ही A-23A अंटार्कटिक पेनिनसुला के टिप पर पहुंचता है, उसे महाद्वीप के चारों ओर क्लाकवाइज दिशा में घूमते हुए पानी की धाराओं का इंकाउटर करेगा। A-23A जैसे विशाल हिमखंड की मोटाई की जानकारी हिमखंड के डायनामिक्स को समझने के लिए एक जरूरी कदम है। वैज्ञानिक दक्षिणी महासागर के इकोसिस्टम पर जैसे समुद्री प्रवाह और वहां की हवाओं पर बहुत नजदीकी से पैनी नजर बनाए हुए हैं।