त्वचा को पर्यावरणीय परिस्थितियों से सुरक्षित रखने के लिए करें ये उपाय
त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले बाहरी कारक
हमारी त्वचा प्रतिदिन कई बाहरी चीजों के संपर्क में आती है जो हमारी त्वचा को हानि पहुंचा सकती है या त्वचा को स्वस्थ बना सकती है। उदाहरण के लिए, पर्यावरणीय कारक जैसे यूवी विकिरण, प्रदूषण या जलवायु परिस्थितियाँ आपकी त्वचा पर अच्छा या बुरा असर डाल सकती हैं। ऐसे में अपनी त्वचा को इन बाहरी कारकों से बचाना महत्वपूर्ण हो जाता है। त्वचा को पर्यावरणीय परिस्थितियों से सुरक्षित रखने के लिए आप ये तरीका कर सकते हैं-
तेज धूप या प्रदूषित जगहों पर जाने से बचें।
उचित पोशाक पहनें, धूप में बाहर जाने से पहले धूप का चश्मा और टोपी पहनें। इसी तरह सिर और चेहरे को दुपट्टे, दुपट्टे या गमछे से ढकें।
आरामदायक और त्वचा के अनुकूल कपड़े पहनें। सूती, मलमल और अन्य प्राकृतिक धागों से बने कपड़े पहनने से त्वचा में एलर्जी होने का खतरा कम हो जाता है।
त्वचा के मुताबिक ठीक और वैयक्तिकृत त्वचा देखभाल दिनचर्या का पालन करें।
त्वचा की सफाई करना न भूलें। इससे त्वचा के रोमछिद्रों में जमा गंदगी साफ हो जाएगी और त्वचा सांस भी ले सकेगी।
मॉइस्चराइजर लगाएं। इससे त्वचा को पोषण मिलेगा।
त्वचा की एक्सफोलिएशन के लिए ठीक उत्पाद चुनें। इससे मृत त्वचा कोशिकाएं निकल जाती हैं और त्वचा मुलायम हो जाती है। साथ ही त्वचा पर चमक भी आती है।
सनस्क्रीन लगाएं। यह त्वचा को सूरज की रोशनी और यूवी विकिरण से बचाता है।
त्वचा को अंदर से स्वस्थ बनाने के उपाय
जहां बाहरी कारकों के अतिरिक्त कई ऐसी चीजें हैं जो त्वचा को अंदर से स्वस्थ बनाने का काम करती हैं।
आहार
पर्याप्त पोषण पाकर त्वचा को स्वस्थ रखा जा सकता है। विटामिन ए, विटामिन ई और विटामिन सी, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व त्वचा को पोषण देते हैं। जिससे त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार होता है। संतुलित आहार के लिए फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और स्वस्थ वसा का सेवन करें। इससे त्वचा की मरम्मत होती है और त्वचा पर चमक आती है।