क्या हर मौसम में सनस्क्रीन लगाना जरूरी होता है जानिए

क्या हर मौसम में सनस्क्रीन लगाना जरूरी होता है जानिए

सनस्क्रीन आपको त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं से बचाने का काम करता है हालांकि ज्यादातर लोग यह मानते हैं कि इसका उपयोग केवल धूप से प्रोटेक्शन के मकसद से ही किया जाना चाहिए जबकि ऐसा नहीं है आपको इसका उपयोग केवल सूरज की किरणों से बचने के लिए ही नहीं करना चाहिए, बल्कि हर मौसम में इसे लगाना चाहिए सनस्क्रीन सनबर्न, समय से पहले बुढ़ापा के लक्षण और स्किन कैंसर को रोकने का काम करता है लोगों के मन में सनस्क्रीन को लेकर कई सारे मिथ हैं, जिन्हें दूर करना महत्वपूर्ण है आइए जानते हैं सनस्क्रीन के उपयोग से जुड़े कुछ मिथ्स के बारे में…

1. बादल छाएं हैं तो सनस्क्रीन लगाना चाहिए?
यह कथन पूरी तरह से गलत है कि बादल छाने के मौसम में आपको सनस्क्रीन का उपयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं है सनस्क्रीन का उपयोग हर मौसम में करना महत्वपूर्ण है, फिर चाहे बादल ही क्यों न छाएं हों भले ही बादल सूरज की कुछ किरणों को रोक लेते हैं, लेकिन फिर भी UV रेडिएशन आपकी स्किन तक पहुंच सकता है और उसे हानि पहुंचा सकता है यूवी रेडिएशन के कॉन्टैक्ट में आने से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है यही वजह है कि मौसम पर ध्यान दिए बगैर घर से बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं

2. स्विमिंग पूल में लगाना है सनबर्न 
यह धारणा भी पूरी तरह से गलत है कि स्विमिंग पूल में नहाते समय आपको सनस्क्रीन की आवश्यकता नहीं है स्विमिंग पूल नहाते समय भी सनबर्न हो सकता है क्योंकि पानी सूरज की रोशनी को रिफ्लेक्ट करता है, जिससे यूवी रेडिएशन के कॉन्टैक्ट में आने का खतरा बढ़ सकता है यही वजह है कि पूल में जाते समय हर किसी को ‘वॉटर रेजिस्टेंट सनस्क्रीन’ लगाना चाहिए

3. सुपर-हाई SPF वाला सनस्क्रीन कैसा होगा?
सुपर-हाई एसपीएफ (सन प्रोटेक्शन फैक्टर) वाला सनस्क्रीन आपको पूरे दिन सुरक्षा नहीं दे सकता है इसमें कोई संदेह नहीं है कि हाई एसपीएफ वाला सनस्क्रीन यूवी रेडिएशन के विरूद्ध प्रोटेक्शन देते हैं, लेकिन केवल दिन में एक बार लगाना काफी नहीं होगा इस सनस्क्रीन को आपके कुछ-कुछ गैप में बार-बार लगाते रहना चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि पसीने, तैरने और दौड़ने सहित कई वजहों से सनस्क्रीन का असर समाप्त हो सकता है