शनि देव इन राशियों पर नए साल में भी बनाए रखेंगे टेढ़ी नजर
Shani Transit, Sadhe Sati and Dhaiya: शास्त्र में शनि को कर्मफल दाता बोला गया है। ऐसे में शनि देव उन लोगों पर हमेशा अपनी कृपा दृष्टि रखते हैं जो न्यायसंगत कार्य करते हैं। यानी जो जातक जरुरतमंदों की सहायता करते हैं, बेसहारों को सहारा देते हैं, कर्मठ स्वभाव के होते हैं और जो किसी को सताते नहीं है, उन पर शनि देव हमेशा सहाय रहते हैं। ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, शनि देव इस समय अपनी स्वराशि में मार्गी होकर संचरण कर रहे हैं। इस स्थिति में शनि देव वर्ष 2024 तक भी रहेंगे। ऐसे में शनि देव कुछ राशियों पर नए वर्ष में भी अपनी टेढ़ी नजर रखेंगे। आइए जानते हैं कि इसमें कौन-कौन सी राशियां शामिल हैं।
इन राशियों पर रहेगी शनि की साढ़ेसाती
ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, वर्ष 2024 में शनि कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे। ऐसे में कुंभ, मकर और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती रहेगी। ज्योतिष शास्त्र में शनि की साढ़ेसाती के 3 चरण बताए गए हैं। इस समय मकर राशि वालों पर शनि का तीसरा चरण चल रहा है। जबकि मीन राशि वालों पर शनि का पहला चरण चल रहा है और कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। शनि की साढ़ेसाती के दौरान जातक को अनेक प्रकार के कष्टों का सामा करना पड़ता है। ऐसे में शनि की साढ़ेसाती से पीड़त जातकों को इससे राहत के लिए शनि देव को प्रसन्न करने के तरीका करने चाहिए। शनि चालीसा का पाठ, शनि-मंत्र का जाप और जरुरतमंदों को सहायता करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
इन दो राशियों पर रहेगा शनि की ढैय्या का प्रभाव
शनि के कुंभ राशि में होने से वृश्चिक और कर्क राशि वालों पर शनि की ढैय्या का असर रहेगा। शनि-ढैय्या की अवधि ढाई वर्ष की होती है। साथ ही जब शनि देव दूसरी राशि में गोचर करते हैं, तो इसका असर समाप्त हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, शनि की ढैय्या के दौरान जातक को जोखिम भरे कार्यों को करने से बचना चाहिए। साथ ही साथ किसी भी कार्य में जल्दबाजी करने से भी परहेज करना चाहिए। इतना ही नहीं, शनि की ढैय्या के पीड़ित जातकों को इस दौरान गाड़ी का प्रयोग कम ही करना चाहिए, क्योंकि शनी की ढैय्या के दौरान चोट लगने और हादसा जैसी स्थिति बनी रहती है। ऐसे में शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित जातकों को वर्ष 2024 में भी खास सावधान रहना होगा।