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Self Funding of Marriage: ऐसे करें फाइनेंशनल प्लानिंग

How to plan for your marriage advice for woman by expert: विवाह सीजन में किए गए IndiaLends के एक सर्वे से दिलचस्प इनपुट निकल कर आए जैसे कि, पुरुष युवतियां विवाह को अपनी स्वयं की जिम्मेदारी मानते हैं और इस मामले में माता पिता और परिवार पर वित्तीय दबाव नहीं डालन चाहते 1200 मिलेनियल्स को इस सर्वे में शामिल किया गया जिनकी उम्र 25–40 के बीच थी लगभग 5-10 लाख की वार्षिक आय वाले 73% मिलनेयिन अपनी विवाह पर 7-10 लाख से अधिक खर्च नहीं कर रहे हैं

देश के 20 शहरों में हुए इस सर्वे के नतीजों के मुताबिक, 60% लड़कियों का बोलना था कि वे अपनी शादियों के लिए स्वयं धन खर्च करेंगी ऐसे में यदि आप भी चाहती हैं कि आप स्वयं की विवाह का खर्च स्वयं उठाएं तो बेहतर तरीका है इसके लिए चुस्त वित्तीय प्लानिंग का आइए इस मामले में पूरी जानकारी लें ताकि आप अपने लिए ठीक इनपुट इस्तेमाल कर सकें

शादी की प्लानिंग में अपनी आय, जिम्मेदारियों, भविष्य के लक्ष्यों के अतिरिक्त यह भी ध्यान होगा कि आप कैसी विवाह चाहती हैं बजट वेडिंग या फिर महंगी लग्जूरियस वेडिंग इसी हिसाब से पैसा जुटाना होगा, मंहगी साजसज्जा और डेस्टिनेशन के साथ विवाह के लिए पैसा खर्च करने की सीमा नहीं होती लेकिन यदि आप अगले 5-10 वर्ष में शादी करना चाहती हैं तो तैयारी अभी से करनी होगी मंथली बजट बनाकर चलें, फिजूलखर्ची कम करें, एमर्जेंसी फंड और मेडिकल इंश्योरेंस जैसे महत्वपूर्ण खर्चों को अपनी मासिक बजट में सम्मिलित करके चलें ताकि भविष्य में इमरजेंसी खर्चों पर बहुत खर्च न हो

टैक्स और निवेश मामलों के एक्सपर्ट बलवंत जैन कहते हैं कि पहली जॉब के साथ ही प्रारम्भ कर दें एसआईपी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी को जितना शीघ्र आप प्रारम्भ करेंगी, उतना अधिक म्यूचुअल फंड में निवेश से मिलने वाला रिटर्न होगा इसके अलावा, यदि आपकी रिस्क लेने की क्षमता अधिक है तो आप एग्रेसिस हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकती हैं पिछले वर्षों के अनुभव से देखा गया है कि इसमें निवेश किए गए पैसे में से 65 प्रतिशत एक्विटी में लगता है वह बताते हैं कि निवेश को लेकर अभी जोखिम नहीं उठाना चाहती हैं तो डेट फंड में निवेश करें, जीसेक फंड (Government Security G-Sec) भी केंद्र या राज्य गवर्नमेंट द्वारा जारी किए जाते हैं जिनमें पैसा डूबने का जोखिम नहीं होता

इसके अतिरिक्त बात जब विवाह के लिए प्लानिंग की हो तो खर्चा कम से कम हो लेकिन आनंद और कार्यक्रम में बाधा न बनें, इसके लिए स्मार्ट प्लानिंग करें जैसे कि गेस्ट सूची कड़क रखें, लेडीज संगीत-मेहंदी जैसे फंक्शन को क्लब कर दें, विवाह कार्यक्रम के तुरंत बाद रिसेप्शन रखने से वैन्यू सस्ता पड़ सकता है, ऑफ सीजन विवाह करने से काफी बचत होगी क्योंकि वैन्यू से लेकर इवेंट से जुड़े कैटरिंग जैसे अन्य सेवा प्रदाता अपेक्षाकृत सस्ते पड़ते हैं

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