मोमोज खाने वाले शौकीन अब हो जाएं शतर्क
शाम होने तक सड़कों पर कई जगहों पर मोमोज के स्टॉल दिखते है। मगर जितना इस डिश का क्रेज युवाओं में है ये स्वास्थ्य पर उतनी ही खतरनाक भी है। यहां तक की मोमोज की वजह से गोपालगंज में एक आदमी की जान भी चली गई है, क्योंकि उसने मोमोज खाए थे।
मोमोज आज हिंदुस्तान भर में ऐसी डिश बन चुकी है जो हर स्थान मौजूद होने लगी है। अपने बहुत बढ़िया टेस्ट के कारण नेपाल के पहाड़ों से निकलकर अब हिंदुस्तान के अधिकांश राज्यों के शहरों की गलियों में ये डिश पहुंच चुकी है। अधिकांश जगहों पर इसने अपने पैर पसार लिए है।
शाम होने तक सड़कों पर कई जगहों पर मोमोज के स्टॉल दिखते है। मगर जितना इस डिश का क्रेज युवाओं में है ये स्वास्थ्य पर उतनी ही खतरनाक भी है। यहां तक की मोमोज की वजह से गोपालगंज में एक आदमी की जान भी चली गई है, क्योंकि उसने मोमोज खाए थे। पुरुष की मृत्यु को लेकर डॉक्टरों ने कहा कि पुरुष की मृत्यु के पीछे कारण केवल मोमोज ही थे। दरअसल पुरुष ने काफी अधिक मोमोज खाए थे जिस कारण उसकी मृत्यु हो गई है।
जानकारी के अनुसार गोपालगंज में दोस्तो में शर्त लगी थी कि पुरुष को 150 मोमोज खाने होंगे। शर्त को पूरा करने के लिए पुरुष मोमोज खाने के दौरान ही सड़क पर बेहोश होकर गिर गया। उसे लोग हॉस्पिटल लेकर गए जहां डॉक्टरों को पता चला कि पुरुष के गले में मैदा और सब्जी फंस गया था और इस कारण पुरुष का गला चोक हो गया था। यही पुरुष की मृत्यु का कारण भी बना।
गौरतलब है कि स्ट्रीट फूड के तौर पर मिलने वाले मोमोज यदि अधिक मात्रा में खाए जाएं तो ये आदमी की स्वास्थ्य को अधिक मात्रा में हानि पहुंचा सकते है। बता दें कि यदि कोई भी फूड जरुरत से अधिक मात्रा में खाया जाए तो शरीर की क्षमता पर असर कर सकता है। इससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। ये शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई को रोक सकता है जिससे आदमी की जान को खतरा हो सकता है। कई मामलों में देखा जाता है कि जब कोई आदमी ओवर ईटिंग करता है तो सांस लेने में काफी कठिनाई होती है। अधिक खाना खाने से मल्टीपल ऑर्गन फेलियर भी होता है, जिससे मृत्यु हो सकती है।
जानें डिश के बारे में
बता दें कि मोमोज 600 साल पुरानी डिश है। आज के समय में मोमोज भले ही राष्ट्र के कोने कोने में पहुंच चुका है मगर मूल रूप से ये अरुणाचल प्रदेश के मोनपा और शेरदुकपेन जनजाति के खान पान का अहम हिस्सा है। ये क्षेत्र नेपाल और तिब्बत से बिलकुल लगा हुआ है। पारंपरिक तौर पर मोमोज को कीमा, मांस, आलू, लीक से मिलाकर तैयार करते है। हालांकि अब इसकी कई तरह की वैरायटी बाजार में मौजूद है।
हो सकती है ये परेशानियां भी
रोज मोमोज खाना भी स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है क्योंकि ये डायबिटीज होने का खतरा बढ़ाता है। मैदा खाने से डायबिटीज बढ़ सकती है। मोमोज का आटा बनाने में भी केमिकल का इस्तेमाल होता है जिससे ये अधिक हानिकारक होती है।
पाइल्स की परेशानी
मोमोज में मैदा होने के कारण ये पाइल्स की कठिनाई दे सकता है। मोमोज के साथ तीखी चटनी खाई जाती है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती है। ऐसे में इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
कब्ज की होगी दिक्कत
मोमोज खाने से कब्ज की कठिनाई भी हो सकती है। इसके पीछे भी मुख्य कारण मैदा होता है, जो आंतों में चिपकता है। इसका रोज सेवन करने से बचना चाहिए।