लाइफ स्टाइल

हस्तमैथुन करने से शरीर काफी कमजोर होता है, साथ ही इनफर्टिलिटी की हो सकती है समस्या

सेक्सुअल एजुकेशन को लेकर अभी भी हमारा समाज बहुत कम जागरुक है इस बारे में कम जानकारी होने के कारण लोग कही-सुनी बातों को अक्सर सच मान बैठते हैं वहीं लोग सेक्सुअल चीजों को एक-दूसरे से डिस्कस करने से भी बचते हैं आज भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जो कठिनाई होने के बाद भी चिकित्सक के पास जाने या उनकी राय लेने से बचते हैं वहीं हस्तमैथुन को लेकर भी लोग कई तरह की बातें करते हैं कहा जाता है कि हस्तमैथुन करने से शरीर काफी कमजोर होता है साथ ही इनफर्टिलिटी की परेशानी भी हो सकती है

हस्तमैथुन करने के पीछे यह तर्क भी दिया जाता है कि इससे स्पर्म काउंट कम हो जाता है और इसके कारण बांझपन या इनफर्टिलिटी भी हो सकती है ऐसे में इस बात में कितनी सच्चाई है, यह आज इस आर्टिकल के जरिए हम बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं कि क्या सच में हस्तमैथुन करने से स्पर्म काउंट कम हो जाता है या क्या इससे बांझपन की परेशानी भी हो सकती है

हस्तमैथुन करने से कम होता है स्पर्म काउंट

मास्टरबेशन या हस्तमैथुन करने के कारण वीर्य या स्पर्म काउंट कम होने को लेकर भिन्न-भिन्न लोगों की अपनी-अपनी राय है हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो हस्तमैथुन का वीर्य की कमी से कोई सीधा संपर्क नहीं है हांलाकि अधिक हस्तमैथुन करने वाले लोग शारीरिक तौर पर कुछ परेशान भले ही हो सकते हैं लेकिन इससे स्पर्म काउंट में कोई कमी नहीं होती है हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो हर समय शरीर में वीर्य बनता है और हस्तमैथुन करने से वीर्य में कमी आने वाली बात पूरी तरह से भ्रामक है

कैसे होती है वीर्य की कमी

वीर्य की कमी होने के पीछे कई कारण उत्तरदायी हो सकते हैं बता दें कि लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खानपान और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी स्थितियां भी स्पर्म काउंट को प्रभावित करने का काम कर सकते हैं हम आपको स्पर्म काउंट कम होने के कुछ कारण बताने जा रहे हैं, जोकि इस तरह से हैं

टेस्टिकल्स का अधिक गर्म होना

दवाओं का बहुत अधिक सेवन

स्ट्रेस और मानसिक समस्या

यौन संचारित बीमारियां

शराब और स्मोकिंग

असंतुलित खानपान

मोटापे के कारण

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यदि आप लगातार 1-2 दिन हस्तमैथुन करने के बाद इसे बंद कर देते हैं तो इससे शुक्राणुओं की संख्या सामान्य हो जाती है वहीं यदि आप लगातार हस्तमैथुन करते हैं, तो फिर आपको एक अच्छी डाइट फॉलो करने की आवश्यकता होती है जिससे कि शुक्राणुओं की तेजी से रिकवरी हो सके वहीं यदि आप स्मोकिंग और शराब आदि का सेवन करते हैं, तो बता दें कि यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता को प्रभावित करने का काम करते हैं और यह बांझपन का भी कारण बन सकती है इसलिए इन आदतों से दूरी बनाकर चलना चाहिए और अच्छी डाइट लेने के साथ ही प्रतिदिन एक्सरसाइज करनी चाहिए

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