Uttar Pradesh: झूठी प्रेम कहानी बर्बाद कर दी हरदोई ज़िले के राघवेंद्र की जिंदगी
Uttar Pradesh: दो दिन पहले, हरदोई ज़िले की पुलिस को एक ऐसी खबर मिली जिसने पूरे महकमे को कई घंटों तक हिलाकर रख दिया। खबर थी कि दो नकाबपोशों (masked men) ने एक युवक पर पेट्रोल डालकर उसे ज़िंदा जला दिया। खबर सुनते ही पूरा ज़िला दहल गया। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुँच गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। लेकिन जब पुलिस ने जाँच शुरू की, तो कहानी ने एक नया मोड़ ले लिया। दरअसल, जिस युवक पर पेट्रोल डाला गया था, उसने अपनी साइकिल से पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। वजह थी प्यार में धोखा।

झूठ बुनना और सच उगलवाना
कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के बड़ागाँव निवासी राघवेंद्र (22) ने पुलिस को बताया कि जब वह अपनी बहन दीपमाला के लिए सैंपल (sample) लेकर सीएचसी टड़ियावां से लौट रहा था, तो हरदोई-सीतापुर मार्ग पर इटौली पुल के पास दो नकाबपोशों ने पीछे से पेट्रोल के कनस्तर फेंके और उसे आग लगा दी। उसकी कहानी सुनकर पुलिस भी दंग रह गई।
घायल युवक अपनी साइकिल से आठ किलोमीटर दूर बिलग्राम चुंगी स्थित अस्पताल पहुँचा, जहाँ वह लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है। अस्पताल स्टाफ ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और झुलसे हुए युवक को जिला अस्पताल पहुँचाया। सीओ सिटी अंकित मिश्रा के नेतृत्व (Leadership) में नगर थाना और देहात थाना की एक टीम ने तुरंत जाँच शुरू की। मामला गंभीर लगने पर, आसपास के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन की जानकारी और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस का इस्तेमाल किया गया। हालाँकि, जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ी, सच्चाई धीरे-धीरे सामने आने लगी।
पुलिस जाँच में फिल्मी पटकथा का पर्दाफ़ाश
पुलिस के अनुसार, राघवेंद्र ने अपने परिवार और पुलिस दोनों को गुमराह करने के लिए एक झूठी कहानी गढ़ी थी। घटना से कुछ समय पहले, उसने अपनी प्रेमिका को किसी अन्य व्यक्ति के साथ देखा था। यह देखकर वह मानसिक रूप से टूट गया और गुस्से में आकर आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठा लिया। उसने अपनी बाइक की टंकी से पेट्रोल निकालकर खुद को आग लगा ली। घटना के बाद, वह किसी तरह अपनी बाइक पर वापस आया और लगभग आठ किलोमीटर दूर अस्पताल पहुँचा। अपने झुलसे हुए युवक को देखकर, उसने खुद को बचाने और पुलिस का ध्यान असली कारण से भटकाने के लिए नकाबपोशों (masked men) द्वारा हमले की झूठी कहानी गढ़ी।
पुलिस अधिकारी ने बताई पूरी सच्चाई
सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया कि कोतवाली देहात थाने को सूचना मिली थी कि दो अज्ञात लोगों ने एक युवक पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी है। मौके पर पहुँचकर जाँच में पता चला कि राघवेंद्र नाम के युवक ने अपने दोस्त (Friend) को दूसरे युवक के साथ देखकर नाराज़ होकर अपनी बाइक से पेट्रोल डालकर खुद को आग लगाने की कोशिश की। पुलिस आवश्यक कानूनी कार्रवाई कर रही है।
परिवार ने अलग कहानी बताई
राघवेंद्र के भाई ने शुरुआत में पुलिस को बताया कि उसका भाई तरियावां सीएचसी में जाँच कराने गया था और लौटते समय दो युवकों ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हमें अस्पताल से फ़ोन आया कि उसके भाई की हालत गंभीर है। जब हम पहुँचे तो उसका पूरा शरीर जल चुका था। हमें बताया गया कि किसी ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी है। हालाँकि, पुलिस की जाँच में परिवार की कहानी झूठी साबित हुई। सीसीटीवी फुटेज में कोई संदिग्ध ( Suspicious) नहीं दिखा, न ही किसी टकराव या लड़ाई का कोई सबूत मिला।
एक प्रेम प्रसंग ने उसकी ज़िंदगी बदल दी
पुलिस के अनुसार, राघवेंद्र एक लड़की के साथ प्रेम संबंध में था। हाल ही में उनकी बातचीत कम हो गई थी। शनिवार को जब उसने उसे किसी और आदमी के साथ देखा, तो वह नियंत्रण (Control) खो बैठा। वह तुरंत अपनी बाइक पर सवार हो गया और कुछ ही देर बाद आत्महत्या कर ली। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसे मामलों में जल्दबाजी में लिए गए फैसले जानलेवा साबित हो सकते हैं। असफल प्रेम संबंधों से उपजी हताशा अक्सर युवाओं को जोखिम भरे कदम उठाने पर मजबूर कर देती है।
पुलिस की चेतावनी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गलत सूचना देना कानूनन अपराध है। इससे न केवल प्रशासन का बहुमूल्य समय और संसाधन बर्बाद होता है, बल्कि जनता में अनावश्यक भय का माहौल (environment) भी बनता है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि राघवेंद्र की गंभीर हालत को देखते हुए उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया है। उसके ठीक होने के बाद, गलत सूचना देने और अफवाह फैलाने के आरोप में उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।



