लाइफ स्टाइल

जानें माता-पिता को टीन एज बच्चों के साथ कैसे करना चाहिए डील…

Parenting Tips for Teenagers: बढ़ती उम्र के साथ बच्चों में कई परिवर्तन देखने को मिलते हैं फिजिकल चेंजेस से लेकर बच्चे मानसिक बदलावों से भी गुजरते हैं ऐसे में टीन एज बच्चों को लेकर पेरेंट्स अक्सर कुछ गलतियां कर बैठते हैं जिससे बच्चों के साथ पेरेंट्स के संबंध खराब होने लगते हैं हालांकि यदि आप चाहें तो कुछ कॉमन मिस्टेक्स (Parenting tips) को अवॉयड करके बच्चों के साथ अपने संबंध बेहतर बना सकते हैं

टीनएज ही वो उम्र होती है, जब बच्चे घर और विद्यालय की जीवन से निकलकर बाहरी दुनिया से रुबरु होते हैं जिसका असर स्वाभाविक तौर पर बच्चों की पर्सनालिटी में भी झलकता है मगर बच्चे के बिगड़ जाने के डर से पेरेंट्स की कुछ गलतियां उन्ही पर भारी पड़ सकती हैं तो आइए वेब एमडी डॉट कॉम के मुताबिक जानते हैं माता-पिता को टीन एज बच्चों के साथ कैसे डील करना चाहिए

बुरा सोचने से बचें
कई बार पेरेंट्स बच्चों को बिगड़ने से रोकने के लिए उन पर पाबंदियां लगाना शुरु कर देते हैं जिससे बच्चों के दिमाग में वही चीजें बैठ जाती हैं और वो इंकार करने वाले काम को ट्राई करने के बारे में सोचने लगते हैं ऐसे में बच्चों के बारे में बुरा सोचने से बेहतर है कि आप उन्हें अच्छे कामों के लिए प्रोत्साहित करें बच्चों से उनकी पसंदीदा हॉबी के बारे में पूछें और उनके साथ प्यार से डील करें

पेरेंटिंग बुक्स को करें अवॉयड
बच्चों को बेस्ट परवरिश देने के लिए पेरेंट्स अक्सर मार्किट में मिलने वाली पेरेंटिंग बुक्स का सहारा लेते हैं मगर वास्तव में इससे आप बहुत अधिक कन्फ्यूज हो सकते हैं और बच्चों से जुड़े गलत निर्णय ले सकते हैं ऐसे में बुक्स की बजाए अपनी जीवन के अनुभवों से सीख लें और उन्हीं के मुताबिक बच्चों की परवरिश करें

छोटी चीजों को करें नजरअंदाज
कुछ पेरेंट्स बच्चों को छोटी-छोटी चीजों पर रोकते टोकते रहते हैं मसलन बच्चों की हेयर स्टाइल से लेकर पसंदीदा कपड़े भी पेरेंट्स तय करते हैं मगर टीन एज बच्चों को अपनी लाइफ के छोटे निर्णय स्वयं लेने दें इससे बच्चा सेल्फ डिपेंडेंट बनेगा और धीरे-धीरे अपना अच्छा या बुरा पहचानने लगेगा

बड़ी चीजों पर तुरंत एक्शन लें
अगर आपका बच्चा नशे का शिकार हो गया है तो उसे फौरन रोकना जरुरी हो जाता है अन्यथा बच्चों को इन चीजों की लत लग सकती है ऐसे में हर ढंग से बच्चों की बुरी आदतों को शीघ्र से शीघ्र छुड़वाने की प्रयास करें वहीं बच्चों को अल्कोहल युक्त कफ सीरप या दवाईयां देने से पहले अच्छी तरह से चेक कर लें

बैलेंस्ड डिसिप्लिन फॉलो करें
कई बार पेरेंट्स खुश होने पर बच्चों को खुली छूट दे देते हैं तो वहीं गुस्सा होने पर हद से अधिक कठोरता बरतने लगते हैं मगर दोनों की चीजें बच्चों के लिए खराब हैं ऐसे में बच्चों को अनुशासन में रखने के लिए बीच का रास्ता अपनाएं जिससे बच्चे एकदम नहीं बिगड़ेंगे

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