जोधपुर में कुछ लोगों ने मिलकर ऐसा स्टार्टअप शुरू किया, जिसे जानकर आप हो जाएंगे दंग
जोधपुर। 4 G-5G की इस दुनिया में लोग दुनिया से तो जुड़ रहे हैं लेकिन अपनों से कट गए हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि कोई अपनों की मृत्यु पर रोने या कंधा देने वाला भी नहीं बचा। हालात की नजाकत को कुछ संवेदनशील युवाओं ने समझा और प्रारम्भ कर दिया एक स्टार्ट अप। अब इसके सदस्य एक कॉल पर अनजान शख्स की मैयत में जाते हैं। फूट फूट कर रोते हैं और फिर जेब भर पैसे लेकर लौट आते हैं। यानि अजब दुनिया का गजब तमाशा। जोधपुर में ये नवाचार प्रारम्भ हुआ है। नाम है फ्युनरल सर्विस
राजस्थान के जोधपुर में कुछ लोगों ने मिलकर एक नया स्टार्टअप प्रारम्भ किया है। इसका नाम है “अंतिम सत्य”। इसके सदस्यों को रोने के भी पैसे मिलेंगे। जहां किसी की मृत्यु हो गई है, इन लोगों की टीम वहां रोने के लिए भी जाएगी। मृतक परिवार के आर्डर पर इनके यहां से रोने के लिए महिलाएं और पुरुष भेजे जाएंगे। जितना पैसा मिलेगा उसके अनुसार ये रोएंगे। यानि अब रोने के लिए भी किराये पर लोग मिलने लगे हैं।
जोधपुर में प्रारम्भ हुआ स्टार्टअप
यह मृतकों की सेवा में समर्पित व्यावसायिक स्टार्टअप है। ये मृतक के अनेक कामों के लिए स्टाफ और पंडित मौजूद कराता है। फिर चाहे रोने का काम हो, पूजा पाठ का काम हो, या शमशान घाट में किसी तरह की सेवा हो, सभी काम के लिए दर पहले ही फिक्स हैं। बड़ी बात यह है कि इस स्टार्टअप के बाद लोग इससे जुड़ रहे हैं और सेवाएं ले रहे हैं।
तेरहवीं तक साथ
“अंतिम सत्य” के को फाउंडर गजेंद्र पारीक हैं। उन्होंने बोला संयुक्त परिवार टूटते जा रहे हैं। एकल परिवार रह गए हैं। संयुक्त परिवार टूटने और बड़े बुजुर्गों का साथ छूटने के कारण लोगों को यह पता नहीं है कि आखिरी संस्कार में किस तरह के रीति रिवाज होते हैं। सनातन धर्म में तो 13 दिन का महत्व होता है, यानी किसी की मौत होने के बाद 13 दिन तक क्या-क्या कर्मकांड और परिस्थितियां होती हैं यह आज के युवाओं को पता नहीं है।
टीम में सभी तरह के लोग शामिल
पारीक ने जानकारी दी कि आखिरी सत्य संस्था में महिला, पुरुष, बुजुर्ग, पंडित सब लोग शामिल हैं। यह लोग घर में किसी के देहांत होने पर पूजा पाठ कराने और अन्य कामों के लिए जाते हैं। कंपनी 12 से 15 दिन तक का फुल पैकेज देती है। इसमें 20 महिलाएं, 10 लड़कियां, 10 पुरुष और लड़के, पंडित और पूजा पाठ करने वाले लोग 10 शामिल होते हैं। यह पैकेज करीब ₹60,000 का होता है। इसके अलावा, 15 दिन का फुल पैकेज जिसमें पूजा पाठ, ब्राह्मण भोज और अन्य अनेक रीति-रिवाज होते हैं। वह करीब ₹1,21,000 से लेकर ₹1,50,000 तक का है।