लाइफ स्टाइल

झारखंड में टमाटर की विशेष चटनी के साथ परोसा जाता है धुस्का

गुमला धुस्का हर झारखंडवासियों का प्रिय स्ट्रीट फूड में से एक है यह रेसिपी आपको गुमला सहित झारखंड में हर स्थान देखने को मिल जाएगा जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड, पंचायत तक और चौक चौराहे में धुस्का का ठेला लगा ही रहता है लेकिन, यहां कुछ धुस्के अपने स्वाद के कारण यूनिक होते हैं जिस कारण से वहां ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है

गुमला में ऐसा ही एक ठेला है, जहां का धुस्का बहुत ही फेमस है गुमला मुख्यालय के जशपुर रोड डेली बाजार के नजदीक लगाए जाने वाले राजेंद्र ठेले के संचालक राजेंद्र बताते हैं कि पूर्व में गुमला जिले के मशहूर होटलों में से एक राज होटल में काम करता था उस समय पैसा भी कम मिलता था

टमाटर की विशेष चटनी के साथ परोसा जाता है धुस्का
राजेंद्र ने कहा कि मैंने स्वयं का ठेला लगाने का सोचा और लगभग 40 वर्ष से चिल्ली – चाउमिन बेचता था, 5 – 6 वर्ष से धुसका बेच रहा हूं शुरुआत में 5 रुपए में 2 पीस धुस्का बेचता था वर्तमान में 5 रुपए पीस बेचता हूं उसके साथ चना आलू की सब्जी,धनिया की चटनी, टमाटर की चटनी भी देता हूं उन्होंने आगे कहा कि गुमला के लोग उनके यहां के धुस्का को खूब पसंद करते हैं काफी दूर-दूर से लोग यहां आते हैंहमारी स्टॉल सुबह 4 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक खुली रहती है धुस्का के अतिरिक्त हमारे यहां समोसा, ठेपा कचौड़ी, बर्रा इत्यादि 5 रुपए प्रति पीस और इडली 10 रुपए में 3 पीस की रेट से मौजूद है यहां प्रत्येक दिन 600 प्लेट धुस्के बिक जाते हैं

ऐसे बनाया जाता है दुसका
चावल और उरद दाल को 5 से 6 घंटा फुलाकर छोड़ा जाता है 1 किलोग्राम चावल में 300 ग्राम के अनुपात में दाल मिलाई जाती है फिर रात में ही मिक्सी में पीसकर रखा जाता है और सुबह 4 बजे से स्टॉल में रिफाइन ऑयल में छानकर गर्मा गर्म लोगों को दुसका परोसा जाता है यहां की धुस्के की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि हम सही ऑयल का इस्तेमाल करते हैं, जो खाने में काफी स्वास्थ्यवर्धक है इसके अतिरिक्त धुस्के को फुलाने के लिए किसी भी तरह के सोडे का इस्तेमाल नहीं होता

वहीं, दुकान पर खाने आए ग्राहक अभिषेक ने कहा कि मैं यहां लगभग 3 वर्ष से धुस्का खाने अपने दोस्तों के साथ आता हूं यहां मिलने वाले धुस्के का स्वाद बहुत ही लाजवाब है उसके साथ चना आलू की सब्जी ,धनिया और टमाटर की चटनी ऊपर से प्याज और चाट मसाला डालकर सही सखुआ के दोना में परोसा जाता है, जिससे स्वाद और बढ़ जाता है

Related Articles

Back to top button