भारत में सिर्फ इन्हें हैं हेलमेट ना पहनने की छूट, पकड़े जाने पर भी नहीं कटता चालान
भारत में इन दिनों एक्सीडेंट के कई मुद्दे सामने आ रहे हैं। जैसे-जैसे लोगों के पास पैसे आते जा रहे हैं, वो अपनी सुविधा के लिए गाड़ियां खरीदने लगे हैं। खासकर जब से फाइनेंस की सुविधा आई है, तब से लोग जमकर गाड़ियां खरीदने लगे हैं। जितनी अधिक गाड़ियां सड़क पर उतर रही हैं, उतने ही एक्सीडेंट के मुद्दे भी बढ़ते जा रहे हैं। इन एक्सीडेंट्स पर रोक लगाने के लिए ही लोगों से सेफ्टी मेजर्स अपनाने की रिक्वेस्ट की जाती है। हालांकि, यदि कोई सिख बिना पगड़ी के बाइक चला रहा है, तब उसे हेलमेट पहनना जरुरी है। सिख होना इस बात की छूट नहीं देता। केवल पगड़ी पहनने की वजह से लोगों को इसकी छूट मिलती है। इनके अतिरिक्त यदि किसी को ऐसी मेडिकल कंडीशन है, जिसके कारण वो सिर पर हेलमेट नहीं पहन सकता, तब सबूत के साथ वो भी चालान से बच सकता है।
अगर लोग बाइक पर हैं तो उन्हें हेलमेट पहनने को बोला जाता है। चार चक्का चालकों को सीट बेल्ट लगाने की हिदायत दी जाती है। यदि ऐसा ना किया जाए तो चालकों का चालान काटा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदुस्तान में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें सड़क पर हेलमेट ना पहनने की छूट है। जी हां, हिंदुस्तान में एक ऐसा ग्रुप है, जिसे यदि सड़क पर बिना हेलमेट के दो पहिया गाड़ी चलाते पकड़ा जाए, तो उसका चालान नहीं कटता। क्या आप जानते हैं कौन हैं वो लोग?
ऐसा है नियम
हेलमेट रेगुलेशन एंड लॉ इन इण्डिया के मुताबिक़, दो पहिया चालकों के लिए हेलमेट काफी जरुरी है। सेक्शन 129 के मुताबिक़, चार वर्ष के ऊपर जो भी बाइक या स्कूटी पर बैठता है, उसे हेलमेट पहनना जरूरी है। ना केवल गाड़ी चलाने वाला, बल्कि पीछे बैठे शख्स के लिए भी ये रुल है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो एक हजार का जुर्माना भरना पड़ता है। या फिर ड्राइविंग लाइसेंस तीन महीने के लिए रद्द कर दिया जाता है। यदि ट्रैफिक पुलिस चाहे तो दोनों ही सजा को दिया जा सकता है।
इनका नहीं कटता चालान
भारत में एक ऐसा तबका है, जो यदि सड़क पर बिना हेलमेट के पकड़ा भी जाता है तो भी उसका चालान नहीं कटता। हम बात कर रहे हैं सिख समुदाय के लोगों की। जी हां, वैसे सिख, जो पगड़ी बांधते हैं, उन्हें हिंदुस्तान की सड़कों पर बिना हेलमेट के बाइक चलाने की अनुमति है। कोई भी ट्रैफिक पुलिस इनका चालान नहीं काट सकता।