काम की वजह से जीवन में नहीं बन रहा बैलेंस, तो इन प्वाइंट्स पर दें ध्यान
मानव शरीर है कोई मशीन नहीं है, जिसको आराम की आवश्यकता नहीं होती है. लेकिन इस भागदौड़ भरी जीवन में तो मशीन भी काम का प्रेशर नहीं झेल पा रही है. कुछ दिन पहले ही एक समाचार सामने आई कि एक रोबोट ने काम के प्रेशर में आकर खुदकुशी करने कर ली. इस तरह की समाचार काफी चौंकाने वाली थी. प्रश्न ये उठता है कि पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में किस तरह से सामंजस्य बैठाया जाए. इसके लिए आज हम लेकर आए कुछ ऐसे प्वाइंट्स जिनको अपनी जीवन में अमल में लाकर आप अपनी जीवन आसान बना सकते हैं.
कैसे बैठाएं तालमेल?
आज की तेज-तर्रार जीवन में बेलेंस बनाकर चलना काफी कठिन होता है. जब हम काम नहींकर रहे होते हैं तब भी हम अक्सर अपने काम से जुड़ी चीजों में उलझे रहते हैं. जिसमें लगातार ईमेल चेक करते हैं, कॉल लेते हैं और मैसेजिस का उत्तर देते हैं. यह लगातार कनेक्टिविटी एक लत बन जाती है. इससे पर्सनल और प्रोफेशनल जीवन पर असर पड़ता है.
टाइम से अधिक ना करें काम
आमतौर पर देखा जाता है कि लोग अपनी शिफ्ट से अधिक काम करते हैं, जोकि आपके लिए बहुत अच्छा नहीं माना जाता है. यदि किसी दिन काम अधिक है तो कर सकते हैं लेकिन रोज इसको अपनी आदत नहीं बनानी चाहिए. मान लीजिए आपके काम करने का समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक है तो आप ये देखें कि इन्हीं घंटों में आप पूरी ईमानदारी के साथ काम करें. यदि रोज अधिक देर तक रुक कर काम करेंगे तो आपके साथियों को आपसे रोज इसी तरह की आशा होने लगेगी.
ना बोलना भी जरूरी
किसी भी नयी स्थान पर जाकर हम एक दमसे एडजस्ट नहीं हो पाते हैं. कई बार सभी के साथ एक परेशानी सामने आती है, जो है “ना” नहीं कह पाना. ना बोलना किसी तरह से आपको बुरा नहीं दिखाता है. बल्कि, इससे या साफ होता है कि आप अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ साथ अपने बारे में भी सोच रहे है.
अपने बोझ को समझें
एक समय तक हमको अपने ऊपर पढ़ रहे बोझ का एहसास नहीं होता है. चाहें वो घर के काम की वजह से हो या फिर कार्यालय के. आरंभ में शरीर में कई परिवर्तन देखने को मिलते हैं, जिसमें थकान, शरीर में दर्द, बार-बार सिरदर्द, छोटी-छोटी बातों पर अधिक तनाव और चिंता या हताशा रहती है. इस तरह के के लक्षण रोज दिखने लगें तो तुरंत स्वयं को थोड़ा हल्का करने के लिए काम बांट लें. ऑफिस में काम करने के ढंग को बदलें, साथ ही घर पर भी परिवर्तन लाएं.
बीच बीच में लें छुट्टियां
प्रोफेशनली सभी को वर्ष भर के लिए कुछ छुट्टियां दी जाती हैं. कुछ लोग वर्ष भर काम करते हैं और एक साथ छुट्टियां ले लेते हैं. इस तरह से छुट्टियां लेने से कोई लाभ नहीं होता है. ठीक तरीका ये होता है कि आप छुट्टियों को समय समय पर लेते रहें. इसके अतिरिक्त जो वीक ऑफ होता है उसमें इस बात का ध्यान रखें कि उस दिन आप काम से पूरी तरह से अलग रहें. वो दिन पूरी तरह से आप अपनी फैमिली के लिए रखें. इस तरह से घर और ऑफिस के बीच आप बैलेंस बना पाएंगे.