पेट से संबंधित समस्या!दवा खाने से न हो ठीक तो करें ये उपाय
पेट की परेशानी बहुत बड़ी परेशानी है। लेकिन सच्चाई यह है कि अधिकतर लोग अक्सर गैस, बदहजमी, कब्ज, अपच जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं। जब ऐसी परेशानियां लगातार होती रहे और दवा भी अधिक कारगर साबित न हो, तो यह क्रोनिक रोंगों में बदल जाती है। इसे Irritable bowel syndrome -IBS इरीटेबल बावेल सिंड्रोम कहते हैं। इस रोग में अक्सर पेट में क्रैंप, पेट में दर्द, गैस, पेट फूल जाना, डायरिया ये कब्ज जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। IBS क्रोनिक रोग है जिसे ठीक करना सरल नहीं है। कई तरह की दवाइयां भी दी जाती है लेकिन यह ठीक नहीं हो पाता। इसमें अक्सर लोगों का मूड खराब रहता है और इससे जीवन की गुणवत्ता पर असर पड़ता है।![](data:image/gif;base64,R0lGODlhAQABAAAAACH5BAEKAAEALAAAAAABAAEAAAICTAEAOw==)
अब लेंसेट में छपी एक ताजा रिपोर्ट में बोला गया है कि आईबीएस यानी पेट से संबंधित समस्याओं के लिए केवल फिजिकल परेशानी ही उत्तरदायी नहीं है बल्कि इसके लिए मनोवैज्ञानिक समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। स्टडी के अनुसार जब पेट से संबंधित परेशानियों में दवा की डोज बेअसर होने लगे तो एंटी-डिप्रेशेंट दवा से इसे ठीक किया जाना चाहिए। यानी वैज्ञानिकों ने वर्षों पुरानी कब्ज, गैस को ठीक करने का नया तोड़ निकाल लिया है।
दवा खाने से न हो ठीक तो करें ये उपाय
टीओआई की समाचार ने लेंसेट के हवाले से कहा है कि जब आईबीएस में कई तरह की दवा खाकर थक गए हैं तो डिप्रेशन में काम आने वाली दवा एंटीडिप्रेशेंट का इस्तेमाल करें। एंटीडिप्रेशेंट की दवा इसलिए क्योंकि क्रोनिक आईबीएस केवल फिजिकल रोग नहीं है बल्कि यह मनोवैज्ञानिक रोग भी है। रिपोर्ट के अनुसार यदि पेट से संबंधित इन रोंगों में फर्स्ट लाइन थेरेपी कारगर नहीं है। यानी पेट को ठीक करने के लिए आपने खान-पान में परिवर्तन कर लिया है, फाइबर का सेवन भी बढ़ा दिया है, कई तरह की दवा भी खा चुके हैं और फिर भी पेट ठीक नहीं रहता तो एंटीडिप्रेशेंट दवा ले सकते हैं।
रिसर्च में चौंकाने वाले परिणाम
लेंसेट की रिसर्च में आईबीएस से पीड़ित 200 लोगों को शामिल किया गया और इन्हें एंटी-डिप्रेशन की दवा Amitriptyline का लो डोज दिया गया। इन लोगों पर शुरुआती दवाओं का असर बेअसर हो गया था। स्टडी के नतीजे चौंकाने वाले थे। स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों को एंटी-डिप्रेशन की दवा दी गई, उनकी हालत में तेजी से सुधार हुई। जबकि अन्य स्टैंडर्ड दवा लेने से अधिकतर लोगों को कोई लाभ नहीं मिला। हालांकि यदि आपको पेट में लगातार गैस, बदहजमी, कब्ज, दर्द आदि की कम्पलेन है और दवा खाने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा है तो अपने मन से एंटी डिप्रेशन की दवा न लें। बेहतर होगा कि इसके लिए एक बार चिकित्सक से संपर्क करें।