जो कपल्स एक-दूसरे के सामने फार्ट करते हैं, उनका रिश्ता होता है बहुत मजबूत
हमारे समाज में गैस छोड़ना कभी हंसी तो कभी शर्मिंदगी का कारण बनता है. जबकि फार्टिंग एक नेचुरल प्रक्रिया है. दरअसल खाना खाने के बाद पेट में गैस बनती है जो कभी आवाज या कभी बिना आवाज के बॉडी से रिलीज होती है. फार्ट अच्छी पाचन क्रिया की निशानी है लेकिन कई बार कुछ ऐसी चीजें खा ली जाती हैं जिससे गैस छोड़ते ही बदबू आने लगती है. हाल ही में एक रिसर्च हुई जिसमें बोला गया कि जो कपल्स एक-दूसरे के सामने फार्ट करते हैं, उनका रिश्ता बहुत मजबूत होता है. रिलेशनशिप में फार्टिंग ईमानदारी और भरोसे का प्रतीक है.
एक-दूसरे को खुले दिल से स्वीकार करते हैं
गुरुग्राम में रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ.गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि यदि कोई कपल एक-दूसरे के सामने गैस छोड़ता है तो यह उनका कंफर्ट लेवल दिखाता है. इसका मतलब है कि आप दोनों ने एक-दूसरे को वैसे ही स्वीकार कर रहे हैं जैसे आप हैं. ऐसे कपल एक-दूसरे पर बदलने का दबाव नहीं डालते. उन्हें एक-दूसरे पर भरोसा होता है, वह संबंध में कुछ छुपाते नहीं हैं. ऐसे पार्टनर एक-दूसरे के सामने खुल्ली पुस्तक की तरह होते हैं. फार्टिंग उनके बीच शर्मिंदगी नहीं बनती क्योंकि वह इससे एक-दूसरे को न्यायधीश नहीं करते. फार्टिंग यह भी दिखाती है कि अब कपल्स का रिश्ता उस स्तर पर पहुंच चुका है जहां वह किसी भी विषय पर बिना झिझक के बात कर सकते हैं.
इंटिमेसी बढ़ती है
मिक नाम की एक कंपनी ने फार्टिंग पर सर्वे किया. फार्टिंग ऐसी चीज है जिसे कपल अपने रिलेशनशिप में सबसे आखिर में अपने नए पार्टनर के सामने करना पसंद करते हैं. इस सर्वे में सामने आया कि अधिकांश लोग 2 से 6 महीने के बाद अपने नए पार्टनर के सामने फार्टिंग करना पसंद करते हैं. कपल्स ने माना कि फार्टिंग से उनके रिलेशनशिप में इंटिमेसी बढ़ती है क्योंकि वह एक-दूसरे के सामने कंफर्टेबल हो जाते हैं. सर्वे में लोगों ने यह भी बोला कि यदि आप बिना शर्मिंदगी के अपने पार्टनर के सामने फार्ट करते हैं तो उनसे विवाह कर लेनी चाहिए.
कपल्स की टेंशन होती है दूर
फार्टिंग संबंध में एक ह्यूमर लाता है. कुछ देर के लिए ही ठीक लेकिन पार्टनर इस पर बात करके हंसने लगते हैं. इससे कपल्स के बीच तनाव नहीं रहता. एक सर्वे के मुताबिक ऐसे कपल्स बाकी कपल्स के मुकाबले अधिक खुश रहते हैं और उनका रिश्ता भी लंबे समय तक टिकता है. जो कपल्स एक-दूसरे के सामने गैस छोड़ते हैं, वह खुश रहने के कारण कई तरह की रोंगों को भी स्वयं से दूर रखते हैं और उनकी मेंटल हेल्थ भी दुरुस्त रहती है.
लुक्स की नहीं करते परवाह
हर आदमी के शरीर में एक समय के बाद परिवर्तन आते हैं. आदमी मोटा भी हो जाता है और बाल भी झड़ जाते हैं. कई बार पार्टनर की बदली लुक्स को आदमी स्वीकार नहीं कर पाता लेकिन जो कपल्स आमने-सामने फार्टिंग में सहज होते हैं, वह पार्टनर की लुक्स की परवाह नहीं करते. शरीर में कितने भी परिवर्तन आ जाएं, पार्टनर कैसा भी दिखे लेकिन उनका रिश्ता कभी टूटकर बिखरता नहीं है क्योंकि वह इनसिक्योर नहीं होते.
शर्मिंदगी नहीं होनी चाहिए
जो भी चीज आपको असहज महसूस कराए, हमारा समाज उसे शर्मिंदगी से जोड़ देता है. वैसे फार्टिंग में आवाज के साथ कई बार बदबू आती है इसलिए इसे इम्बैरेसिंग बना दिया जाता है. जबकि यह कोई मामला नहीं है और इससे शर्माने की भी आवश्यकता नहीं है. गैस हर कोई छोड़ता है.
क्यों होती है फार्टिंग
जब हम कुछ खाते हैं तो हमारे पेट में कई रसायन काम करते हैं जिससे गैस बनती है. यदि यह गैस बाहर ना निकले तो इससे शरीर को हानि हो सकता है इसलिए यह गैस डकार या फार्ट के रूप में बाहर निकलती है. हर बार यह बदबूदार नहीं होती. लेकिन यदि पेट में गड़बड़ हो तो मीथेन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन या कार्बन डाइऑक्साइड की तरह गंध आती है. जो लोग अधिक शुगर, बींस, आइसक्रीम या डेयरी प्रोडक्ट खाते हैं, उन्हें अधिक गैस बनती है. वहीं जो लोग प्याज, लहसुन, ब्रोकली, गाजर, बंद गोभी, अंकुरित अनाज, खीरा, छोले, राजमा और अंडा खाते हैं या कॉफी अधिक पीते हैं, उनके फार्ट बदबूदार होते हैं. जिन लोगों को गैस की अधिक परेशानी हो तो उन्हें इन फूड आइटम्स से बचना चाहिए और हल्का भोजन करना चाहिए.
पुरुषों से अधिक महिलाएं करती फार्ट
मेडिकल न्यूज टुडे में छपी कैनेडियन सोसाइटी ऑफ इंटेस्टाइनल रिसर्च के मुताबिक एक स्वस्थ आदमी दिन में 12 से 25 बार फार्ट करता है. कई बार फार्ट च्विंगम चबाने, गर्म पेय पदार्थ पीने, स्ट्रॉ से ड्रिंक पीने और स्मोकिंग के बाद भी आते हैं क्योंकि ऐसा कर लोग हवा अपने मुंह में ले रहे होते हैं. मर्दों के मुकाबले स्त्रियों को फार्टिंग अधिक होती है और पीरियड्स के दौरान ऐसा अधिक होता है क्योंकि पेट में ब्लोटिंग होती है. फार्ट 10 फुट प्रति सेकंड की रफ्तार से रिलीज होते हैं.