लाइफ स्टाइल

Eid 2024: खुदा की इबादत के लिए सजदे में झुके हजारों सिर

Bhilwara News: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में भी आज ईद के पर्व को लेकर मुख्य नमाज सांगानेरी गेट स्थित ईदगाह पर संपन्न हुई शहर काजी मुफ्ती अशरफ जिलानी की सवारी बहाले की मस्जिद से प्रारम्भ होकर ईदगाह तक पहुंची, जहां राष्ट्र में अमन और शाँति की दुआ मांगने के साथ ही ईद की मुख्य नमाज भी अदा की गई इस दौरान बड़ी संख्या में मुसलमान धर्मावलंबियों ने ईद की नमाज अदा की आपस में गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी  ईदगाह पर जिला कलेक्टर नमित मेहता, एसपी राजन दुष्यंत, कांग्रेस पार्टी जिला अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी महासचिव महेश सोनी आदि जनप्रतिनिधियों ने आमजन को ईद की बधाइयां दी

रमजान माह के बाद आती है ईद
एक महीने के रोजे के बाद ईद का त्योहार आता है इस दिन लोगों के घरों में सेवई बनाते हैं, इसलिए इस पर्व को ”मीठी ईद” भी बोला जाता है बता दें कि परंपरानुसार ईद-उल-फितर का पर्व ”शव्वाल” की पहली तारीख को मनाया जाता है जो कि रमजान के महीने के समाप्त होने पर प्रारम्भ होता है ”शव्वाल” का चांद दिखने पर ही ईद की तारीख तय होती है और वो कल दिखा था इसलिए आज पूरे राष्ट्र में भाईचारे और प्रेम के प्रतीक इस त्योहार को मनाया जा रहा है आज के दिन लोग अपने घरों को सजाते हैं और नए कपड़े पहनते हैं घरों में कई तरह के पकवान बनते हैं नमाज अदा करने के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देते हैं इस दिन तो बच्चों की मौज होती है, उनकी खुशी तो देखने लायक होती है यह त्योहार आपसी प्रेम, भाईचारे और एकता का मानक है जो कि लोगों के चेहरे पर मुस्कान लेकर आता है

रमजान सबसे पाक माह
इस्लाम में रमजान को सबसे पवित्र महीना माना गया है, क्योंकि ऐसा बोला जाता है कि इसमें लोग संयमित रहकर ऊपरवाले से सीधे इंटरव्यू करते हैं इस पूरे महीने में सभी मुस्लिम रोजे रखते हैं कहते हैं कि 610 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब पर लेयलत-उल-कद्र के मौके पर पवित्र धर्म ग्रंथ कुरान शरीफ इसी महीने में नाजिल हुई थी, इसलिए इसे पाक महीना बोला जाता है इस महीने के ही आखिरी दिन ईद मनायी जाती है

 

Related Articles

Back to top button