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वैशाख अमावस्या को इस मुहूर्त में करें दान-पुण्य

हिन्दू पचांग के दूसरे महीने वैशाख की अमावस्या कल बुधवार 8 मई को है. सभी 12 हिन्दू महीने में वैशाख को एक सबसे पवित्र महीना माना गया है. इस पावन महीने की अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. इस तिथि को स्नान कर दान करने की प्राचीन परंपरा है. वर्ष 2024 की वैसाख अमावस्या के दिन तीन योग—सौभाग्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और शोभन योग—एक साथ बन रहे हैं. इस दुर्लभ योग में श्रद्धालुओं को स्नान कर शुभ मुहूर्त में कुछ वस्तुओं का दान अवश्य करना चाहिए. इससे न सिर्फ़ उन्हें पुण्य की प्राप्ति होगी, बल्कि पितृ गुनाह भी दूर होंगे और ग्रह गुनाह भी कटेगा. आइए जानते हैं, वैशाख पूर्णिमा के दिन दान करने का मुहूर्त क्या है और क्या दान करना चाहिए?

वैशाख अमावस्या: स्नान और दान का मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार, वर्ष 2024 की वैशाख अमावस्या तिथि पर स्नान और दान करने के लिए तीन शुभ मुहूर्त बन रहे हैं:

  • पहला मुहूर्त: स्नान और दान पहला मुहूर्त सुबह में ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजकर 11 मिनट से शुरुआत होकर 4 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. यह योगियों और तपस्वियों के लिए उत्तम मुहूर्त है.
  • दूसरा मुहूर्त: यह सुबह में 5 बजकर 34 मिनट से प्रारम्भ होकर 7 बजकर 14 मिनट तक है. यह लाभ-उन्नति मुहूर्त है, जो ईश्वर विष्णु के भक्तों, व्यापारियों और कारोबारियों के लिए स्नान और दान करने का बहुत शुभ मुहूर्त है.
  • तीसरा मुहूर्त: स्नान-दान का तीसरा मुहूर्त भी सुबह में ही है, जो 7 बजकर 14 मिनट से शुरुआत होकर 8 बजकर 55 मिनट तक रहेगा. यह तीसरा अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त है, जो गृहस्थों के लिए स्नान और दान करने के लिए सबसे बढ़िया है.

इस दान से बदल जाएगा भाग्य

वैशाख अमावस्या को वकायदा स्नान, ध्यान और पूजा कर ईश्वर विष्णु के भक्तों और सामान्य गृहस्थों को अपनी सामर्थ्य और श्रद्धा के मुताबिक मुनासिब अन्न, भोजन, फल और वस्त्र का दान करना चाहिए. पितरों की आत्मा की शांति और उनका आशीर्वाद पाने के लिए चावल, घी, गुड़, चना, बर्तन, सफेद वस्त्र और सोना-चांदी के सिक्के दान कर सकते हैं. इस दान से आपका भाग्य बदल सकता है.

वैशाख अमावस्या: दान की वस्तुएं

ग्रह गुनाह के निवारण के लिए कुंडली में आदमी का जो भी ग्रह कमजोर या पीड़ित है, उसकी शांति और मजबूती के लिए श्रद्धालु आदमी शुभ इन वस्तुओं का दान कर सकते हैं:

  • सूर्य: लाल वस्त्र, केसर, लाल चंदन, तांबे के बर्तन, सोना और मूंगा
  • चंद्रमा: दूध, शक्कर, चावल, मोती और सफेद कपड़ा
  • बृहस्पति: हल्दी, पीले कपड़े, पीतल के बर्तन, सोना, पुस्तक, गाय और विष्णु चालीसा
  • मंगल: मसूर दाल, गुड़, लाल वस्त्र और तांबे के बर्तन
  • बुध: हरे कपड़े, मूंग दाल, हरा चारा, कांसे के बर्तन, नोटबुक और कलम (पेन)
  • शुक्र: सफेद चावल, सफेद वस्त्र, दही, घी, इत्र और चांदी के सिक्के
  • शनि: सरसों तेल, तिल तेल, उड़द, काला तिल, नीला कपड़ा, कंबल, लोहा और स्टील के बर्तन

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