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मेंटर्स एडुसर्व के विशेषज्ञों ने नीट-यूजी 2024 पेपर का विस्तारपूर्वक किया विश्लेषण

NEET MBBS Cut Off : नीट में पूछे गए प्रश्नों का विश्लेषण करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के फाउण्डर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने बोला कि इस साल फिजिक्स एवं केमिस्ट्री के प्रश्न सरल थे, जीव विज्ञान के थोड़े मुश्किल. 610 अंक या अधिक स्कोर लाने वाले विद्यार्थियों को ऑल इण्डिया कोटा जेनरल कैटेगरी से सरकारी मेडिकल कॉलेज मिल सकता है. कोचिंग संस्थान मेंटर्स एडुसर्व के जानकारों ने नीट-यूजी 2024 पेपर का विस्तारपूर्वक विश्लेषण किया. संस्थान के निदेशक और फिजिक्स गुरू आनंद कुमार जायसवाल ने कहा कि भौतिकी में आधे प्रश्न सरल थे. फिजिकल केमिस्ट्री और ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के आधे प्रश्न मध्यम श्रेणी के थे. नीट-यूजी 2025 की तैयारी के लिए नया टारगेट बैच 16 एवं 23 मई 2024 से प्रारम्भ किया जा रहा है. कुछ एक्सपर्ट्स ने बोला कि 580 मार्क्स से ऊपर लाने पर भी सरकारी एमबीबीएस सीट पर दाखिला मिल सकता है. इस परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों का राष्ट्र में एमबीबीएस के 706 मेडिकल कॉलेज की 1 लाख 9 हजार 145 सीट, बीडीएस के 323 कॉलेज की 28 हजार 88, आयुष पाठ्यक्रम की 55 हजार 851 और चयनित बीएससी नर्सिंग कॉलेज के पाठ्यक्रम की कुल 2 लाख 10 हजार मेडिकल सीट के लिए चयन होगा

नीट में केमिस्ट्री के प्रश्नों ने अभ्यर्थियों को उलझाया
नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट (नीट) में पूछे गए केमिस्ट्री के प्रश्नों ने विद्यार्थियों को थोड़ा उलझा दिया. हालांकि, बायोलॉजी और फिजिक्स के प्रश्न सामान्य रहे. केमिस्ट्री के प्रश्नों में अधिक समय लगने से विद्यार्थियों का गणित वाला खंड खराब हो गया. गाजियाबाद जिले में 18 केंद्रों पर रविवार को एनटीए की तरफ से मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट का आयोजन किया गया. शास्त्री नगर स्थित उत्तम विद्यालय फॉर गर्ल्स में पहली बार परीक्षा देने वाली काम्या ने बोला कि अन्य प्रश्नों के मुकाबले केमिस्ट्री के प्रश्नों में अधिक समय लगा. इसकी वजह से अंत में जल्दी-जल्दी पेपर पूरा करना पड़ा. वहीं छात्रा सना ने भी केमिस्ट्री के प्रश्नों को थोड़ा मुश्किल कहा और बायोलॉजी के प्रश्न सरल बताए. सना ने कहा कि 720 अंक की परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी एवं बॉटनी के कुल 200 प्रश्न पूछे गए. तीन घंटे 20 मिनट की इस परीक्षा में 180 प्रश्न करने थे. विद्यार्थी आयुष ने कहा कि नेगेटिव मार्किंग के चलते कुछ प्रश्न छोड़ने पड़े. असल में परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक अंक काटा जाएगा. जिसके चलते विद्यार्थियों ने ऐसे प्रश्नों को छोड़ने में ही भलाई समझी जिन पर संशय था. अन्य विद्यार्थियों ने भी बायोलॉजी को सरल बताया. फिजिक्स और बॉटनी के प्रश्न सामान्य रहे. जबकि केमिस्ट्री के कुछ प्रश्नों में विद्यार्थी उलझ गए. जिससे प्रश्नों को हल करने का जो कैलकुलेशन था वह खराब हो गया.

सख्त चेकिंग के बाद मिला प्रवेश 
जिले में नीट परीक्षा के लिए कुल 18 केंद्र बनाए गए. परीक्षा की नोडल अधिकारी उत्तम विद्यालय फॉर गर्ल्स की प्रधानाचार्या शर्मिला रहेजा ने कहा कि परीक्षा का आयोजन दोपहर दो से शाम सवा पांच के बीच किया गया. 11 बजे से कठोर चेकिंग के बाद ही विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया और डेढ़ बजे प्रवेश बंद हो गया. उन्होंने कहा कि जिले में कुल 9,789 विद्यार्थी दर्ज़ थे, मगर परीक्षा 9,481 विद्यार्थियों ने दी. 308 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी.

प्रश्नपत्र बदलने पर विद्यार्थियों का हंगामा
गाजियाबाद जिले में सभी केंद्रों पर परीक्षा सकुशल संपन्न हुई, लेकिन संस्कार द को-एड विद्यालय में कुछ विद्यार्थियों के प्रश्न पत्र बदल गए. कहा जा रहा है कि हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों के पेपर एक-दूसरे से बदल गए. इससे परीक्षा प्रारम्भ होने में देर हो गई. विलंब होता देख विद्यार्थियों ने बवाल प्रारम्भ कर दिया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय दिया गया.

प्रश्न पढ़ने में समय लगा
नोएडा के एक केंद्र से बहार निकले नीट प्रतिभागी हरजीत सिंह ने कहा कि फिजिक्स का पेपर फॉर्मूला और थियोरिटिकल स्टेटमेंट पर आधारित था. बायोलॉजी और केमिस्ट्री का पेपर सरल था लेकिन प्रश्न लंबे थे इसलिए पढ़ने में समय लगा. शिवम जोशी ने कहा कि बायोलॉजी और फिजिक्स सरल रहा. मेरे लिए केमिस्ट्री थोड़ा सा मुश्किल था. पिछले वर्ष के पेपर के मुकाबले इस बार नीट का पेपर सरल था.
परीक्षा में प्रश्न एनसीईआरटी की पुस्तकों से डायरेक्ट पूछे गए थे. केमिस्ट्री और बायोलॉजी के प्रश्न सरल थे. फिजिक्स में फॉर्मूला कुछ कठिन था. – ज़ैद खान

प्रश्न पत्र में रसायन विज्ञान के प्रश्न थोड़े कठिन थे, लेकिन समय पर परीक्षा हुई. अतिरिक्त 20 मिनट प्रदान किए गए जिससे उन्हें प्रश्नों को हल करने में काफी सहायता मिली. – अंशू वर्मा

नीट में इस साल भी किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया है. सभी बेसिक पढ़ाई और पिछले सैंपल पेपर पढ़ने पर पेपर काफी सरल रहा. अच्छे नंबर आने की आशा है. – अरशान सामी अख्तर

परीक्षा देने वाले कुछ विद्यार्थियों ने प्रश्न पत्र को सरल कहा तो किसी ने पेपर लंबा बताया. कुछ अभ्यर्थियों के एक दो प्रश्न भी छूट गए. विद्यार्थियों ने कहा कि कुछ प्रश्नों ने कुछ समय के लिए उन्हें टेंशन में डाल दिया. खासकर भौतिक और रसायन के कुछ प्रश्नों ने विद्यार्थियों को उलझा दिया.

आरोपित का दावा 20 से 25 अभ्यर्थियों को दिया गया प्रश्नपत्र
पटना, मुख्य संवाददाता. नीट में गड़बड़ी के आरोपित परीक्षार्थी आयुष राज का दावा है कि प्रश्नपत्र 20 से 25 अन्य अभ्यर्थियों को भी दिये गये थे. शास्त्रत्त्ीनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में आयुष के इस दावे का जिक्र है.

दर्ज एफआईआर में आयुष ने यह जानकारी दी है कि सभी परिक्षार्थियों को प्रश्नों के उत्तर याद करने के लिए बोला गया था. वहीं पुलिस ने अभ्यर्थियों के अभिभावकों को इस कारण अरैस्ट किया क्योंकि वे इन बातों को जानते थे. उन्हीं की मर्जी से परीक्षार्थियों ने भी कानून से खिलवाड़ किया. सूत्रों की मानें तो 50 लाख से अधिक रुपये प्रत्येक अभ्यर्थी से सेटरों ने लिये थे. संजीव का बेटा भी जा चुका है कारावास परीक्षा में गड़बड़ी मुद्दे में पुलिस जिस संजीव सिंह की तलाश कर रही है वह नालंदा के नगरनौसा का रहने वाला है. संजीव का बेटा भी नीट गड़बड़ी के मुद्दे में कारावास जा चुका है. संजीव की पत्नी एक सियासी पार्टी से विस चुनाव भी लड़ चुकी है. रौकी और संजीव एक साथ रहते हैं. सिकंदर कड़ी का काम करता था.

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