बेहद खास है यह शिकंजी, गुलाब के फूल और संतरे के अर्क से होती है तैयार
गर्मी का मौसम आते ही लोग अपनी खान-पान की आदतों में बदलाव करने लगते हैं और ठंडी तासीर वाली चीजें खाना पसंद करते हैं, जिससे गर्मी की प्रकोप से कुछ राहत मिल सके। इस दौरान कई लोग मौसमी जूस और ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करते हैं। जबकि गर्मियों के इन दिनों में शिकंजी एक बहुत ही लोकप्रिय पेय है। आपने निश्चित रूप से नींबू की शिकंजी का आनंद उठाया होगा, पर क्या आपने कभी फ्लेवर्ड शिकंजी का स्वाद चखा है? जी हां, लखनऊ जिसे नवाबों का शहर बोला जाता है, यहां की संकरी गली में एक ऐसा शिकंजी विक्रेता है, जो इन दिनों अपनी मुखर्रा फ्लेवर शिकंजी के लिए खूब मशहूर हो रहा है।
पाटानाला चौक स्थित मंदू भाई शिकंजी वाले की दुकान गर्मियों के दिनो एक खास आकर्षण का केंद्र है। यहां पर 50 से भी अधिक तरह की शिकंजी मौजूद हैं ,जिनमें हर एक का स्वाद अनूठा है। मंदू भाई के अनुसार, उनकी दुकान की आरंभ उनके दादाजी ने सन् 1935 में की थी और तब से लेकर आज तक यह दुकान चल रही है।
डायबिटीज के रोगियों के लिए शुगर फ्री गिलास
शिकंजी बनाने में काली मिर्च, जीरा, इलायची, सौंफ और अजवाइन जैसे खास मसालों का मिश्रण शामिल होता है। ये मसाले न केवल शिकंजी के स्वाद को बढ़ाते हैं, बल्कि गर्मियों की उमस और तपिश से राहत पहुंचाने में भी सहायता करते हैं। मंदू भाई की दुकान पर विभिन्न प्रकार की शिकंजी और सोडा मौजूद हैं, जो स्वाद में अद्वितीय हैं। उन्होंने खासकर डायबिटीज के रोगियों के लिए शुगर फ्री गिलास और शुगर फ्री सोडा गिलास की प्रबंध की है, ताकि स्वाद का मजा बिना किसी चिंता के लिया जा सके।
इतने सारे फ्लेवर
मंदू भाई के यहां विभिन्न फ्लेवर्स में शिकंजी और सोडा मौजूद हैं। जैसे नींबू शिकंजी, नींबू सोडा, पुदीना, पुदीना सोडा, खस, आमपना, ग्रीन एप्पल, ग्रीन एप्पल सोडा, शाही पान, जाफरान, शरबते फिजा, संदल, संदल सोडा, काला खट्टा, रोज, कीवी, ब्लैक करंट, लीची, पाइन एप्पल, स्ट्राबेरी, मैंगो, शाही बादाम, पिस्ता बादाम, केसर बादाम और मुखर्रा।
ये फ्लेवर्स पहली पसंद
इन सभी फ्लेवर्स में नींबू शिकंजी और मुखर्रा सबसे अधिक पसंद किए जाते हैं।बता दें कि गुलाब के फूल और संतरे के अर्क से मुखर्रा तैयार किया जाता। जबकि इसमें चांदी की वर्क भी मिलाई जाती है, जो स्वाद में चार चांद लगाती है और पीने वालो को भी आकर्षित करती है। जबकि सभी फ्लेवर का दर 30 से 50 रुपये के बीच है। यह दुकान सिर्फ़ लखनऊ के निवासियों के लिए ही नहीं बल्कि दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण है।