जानें कितने सालों के बाद शुक्र और गुरु वैशाख के महीने में हो रहे हैं अस्त…
देवघर। हिंदू धर्म में विवाह शादी या कोई भी मांगलिक कार्य के लिए शुभ तिथि या मुहूर्त देखकर ही संपन्न किया जाता है। इसका शुभ फल की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि मांगलिक कार्य को संपन्न करने के लिए दो ग्रह शुक्र और गुरु का उदय होना जरूरी होता है। इससे मांगलिक कार्यों को सफल माना जाता है।
वैवाहिक जीवन में सकारात्मक असर पड़ता है। लेकिन, जब यह दो ग्रह अस्त हो जाते हैं तभी से मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। कई वर्षों के बाद ऐसा संयोग देखने को मिल रहा है कि वैशाख जैसे पवित्र महीने में ही शुक्र और गुरु अस्त होने वाले हैं। तो आईये देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि कितने वर्षों के बाद शुक्र और गुरु वैशाख के महीने में अस्त हो रहे हैं। फिर, मांगलिक कार्य कब से प्रारम्भ होने जा रहे हैं।
क्या कहते है देवघर के ज्योतिषआचार्य
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के मशहूर ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने मीडिया से बोला कि 30 वर्षों के बाद ऐसा संयोग बन रहा है। वैशाख जैसी पवित्र महीने में शुक्र और गुरु अस्त होने वाले हैं। शुक्र 27 अप्रैल को ही अस्त हो चुका है। वही गुरु 3 मई को अस्त होने वाले हैं। हालांकि, कई क्षेत्रों में शुक्र को माना जाता है तो कई क्षेत्रों में गुरु को माना जाता है।लेकिन, कहीं-कहीं 02 मई तक मांगलिक कार्य होने वाले हैं। लेकिन जैसे ही 3 में को गुरु अस्त हो जाएंगे सारे मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे।
इतने दिनों बाद फिर से शुरु होंगे मांगलिक कार्य
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि गुरु और शुक्र के अस्त होने से पुरे मई और जून का महीना मे मांगलिक कार्य वर्जित रहने वाले हैं। वहीं, पूरे 68 दिनों के बाद 11 जुलाई से मांगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाएंगे। लेकिन, जुलाई के महीने में भी अधिक दिनों के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है। क्योंकि, जुलाई के महीने में ही चातुर्मास का प्रारंभ होने जा रहा है। जिसे हरिशयन भी कहते हैं और चातुर्मास में भी सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं।वही जुलाई के महीने में 11,12, 13, 14, 15 जुलाई तक मांगलिक कार्य होने वाले हैं।