जानें, आम खाने का सही तरीका
गर्मियों में लोग खूब आम खाते हैं. हालांकि, कुछ लोगों की कम्पलेन रहती है कि इस फल को खाने के बाद उन्हें पेट में दर्द हो जाता है या फिर चेहरे पर पिंपल्स निकल आते हैं. आम खाने के बाद यदि ऐसी परेशानी आ रही है तो समझ लें कि आप इसे गलत ढंग से खा रहे हैं. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट दीक्षा भावसार ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए आम खाने का ठीक तरीका कहा है. आप भी जान लीजिए.
कैसे खाएं आम
आम खाने से पहले आपको कम से कम उसे 1-2 घंटे के लिए भिगोना चाहिए. यदि आप शीघ्र में हैं, तो उन्हें 25-30 मिनट के लिए भिगोना भी ठीक है.
क्यों आम भिगोना चाहिए?
एक्सपर्ट की मानें तो आपको आम जरूर जरूर भिगोना चाहिए. दरअसल, ऐसा करने पर उनमें उपस्थित अतिरिक्त फाइटिक एसिड निकल जाता है. जब आम को कुछ घंटों के लिए पानी में भिगोया जाता है तो पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण की सुविधा मिलती है. भिगोने से मुंहासे, त्वचा संबंधी समस्याएं, सिरदर्द, कब्ज और अन्य आंत संबंधी समस्याओं को रोकने में भी सहायता मिलती है.
क्या होता है फाइटिक एसिड?
फाइटिक एसिड एक एंटी-पोषक तत्व है जो शरीर को कुछ मिनरल्स जैसे आयरन, जिंक, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स को अवशोषित करने से रोकता है जिससे मिनरल्स की कमी हो जाती है. एक्सट्रा फाइटिक एसिड शरीर में गर्मी पैदा करता है.
आयुर्वेद के मुताबिक क्या आमरस खाना ठीक है?
वैसे तो आम को फल के रूप में खाना अच्छा है. वहीं आयुर्वेद दूध और फलों को भिन्न-भिन्न खाने का सुझाव दिया जाता है क्योंकि इससे परेशानी हो सकती है. एक्सपर्ट का बोलना है कि दूध को सिर्फ़ सही मीठे और पके फलों जैसे आम, एवोकाडो, खजूर जैसी चीजों के साथ मिला सकते हैं.
दूध के साथ पका हुआ आम वात और पित्त को शांत करता है, स्वादिष्ट, पौष्टिक, टॉनिक, कामोत्तेजक और यहां तक कि ये रंग में सुधार करता है. इसकी प्रकृति मीठी और ठंडी होती है. एक्सपर्ट कहती हैं कि आम मैंगोशेक का आनंद ले सकते हैं.