लाइफ स्टाइल

गर्मियों में दही से भी ज्यादा फायदेमंद है दही से बनी ये चीज

अप्रैल का महीना प्रारम्भ होते ही गर्मी ने अपना प्रकोप दिखाना प्रारम्भ कर दिया है बढ़ती गर्मी लोगों के लिए पसीने के साथ-साथ कई रोंगों का कारण बनती है. ऐसे में खान-पान का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है. गर्मियों में दही और दही से बने उत्पाद जैसे छाछ, लस्सी और रायता को आहार में शामिल करना चाहिए. इससे पेट ठंडा रहता है और पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहता है.

अक्सर लोग दोपहर के भोजन में दही का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आयुर्वेद के मुताबिक दही थोड़ा भारी होता है और पचने में समय लेता है. जबकि छाछ सरलता से पच जाता है और यह पेट को अधिक ठंडक प्रदान करता है. गर्मियों में छाछ या रायता पीना स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है दही और उससे बनी छाछ दोनों ही प्रोबायोटिक्स से भरपूर होते हैं.छाछ और दही का सेवन करने से आंत में अच्छे बैक्टीरिया पैदा होते हैं. जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में सहायता करता है वैसे तो दही खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन पाचन के मुद्दे में दही बेहतर काम करता है. दही में उपस्थित सभी विटामिन और खनिज मट्ठे में पाए जाते हैं. इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है और पतला होने के कारण यह सरलता से पच जाता है.

गर्मी में पेट को ठंडक देने के लिए मक्खन पीना बेहतर होता है. यदि आप दोपहर के समय खाने के साथ छाछ का सेवन करते हैं तो खाना सरलता से पच जाता है. इसकी स्थान आप रायता भी खा सकते हैं रायता और छाछ पीने से शरीर का तापमान बना रहता है. छाछन और रायते में उपस्थित भुना जीरा पाउडर, नमक, हींग और पुदीना पेट दर्द निवारक के रूप में काम करते हैं.अगर आपकी पाचन शक्ति मजबूत और स्वस्थ है तो आप दही का सेवन भी कर सकते हैं. हालाँकि, दही में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है. दही खाने से इसकी मलाईदार बनावट के कारण वजन भी बढ़ सकता है. यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में दही की स्थान छाछ शामिल करें. आयुर्वेद कहता है कि दही की प्रकृति गर्म होती है. यदि आप दही की स्थान इसे पतला करके छाछ या रायता बनाकर पीते हैं तो इसका असर बदल जाता है. मक्खन की तासीर ठंडी होती है और पचाने में सरल होता है.

Related Articles

Back to top button