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क्या बच्चे की मालिश करने से मजबूत होती हैं हड्डियां, जानिए यहाँ…

दादी, नानी और माएं अपने बच्चों की तंदरुस्ती का ख्याल हमेशा रखती हैं. माना जाता है कि बच्चे की मसाज करने से बच्चों के शरीर को विकसित करने में सहायता मिलती है. साथ ही ये आरामदायक होती है. बोला जाता है कि यह माता-पिता को बच्चे के साथ संपर्क बनाने और उसकी जरूरतों को समझने में सहायता करता है. बच्चों की मसाज को लेकर कई तरह के मिथकों को भी माना जाता है. ऐसे में एक्सपर्ट से जानिए इनकी सच्चाई.डॉ माधवी भारद्वाज ने अपने एक वीडियो के जरिए बच्चों की मसाज से जुड़े मिथकों को क्लीयर किया है.

मिथक- मसाज ना करने की वजह से पैरों का कमजोर होना.
सच्चाई-एक्सपर्ट कहती हैं कि यदि मालिश करने से मसल्स या हड्डिया बनती तो लोगों को जिम जाने की स्थान मसाज पार्लर में जाना चाहिए. बच्चों की मसाज आपको कनेक्शन बनाने के लिए, उसे आराम देने के लिए की जाती है.

मिथक- मसाज में नाक खीचकर शेप देने के लिए 
सच्चाई- मसाज करते समय बच्चे की नाख को खींचने से उसे शेप नहीं मिलती. बल्कि जीन्स के अनुसार ही बच्चे को नाक की शेप मिलती है.

मिथक- माथा नहीं दबाया तो बाहर आएगा.
सच्चाई- माथा बाहर होने पर विटामिन डी की कमी या फिर किसी तरह का डिसॉर्डर हो सकता है. जिसके लिए चिकित्सक से मिलें. एक्सपर्ट का बोलना है कि मसाज करने से हड्डियां अदर या बाहर नहीं होती.

मिथक- मसाज से मिलेगी सिर की गोल शेप
सच्चाई- ये एक मिथक है. जब बच्चा अपने आप उठने या बैठने लग जाता है. या सिर पर प्रेशर कम होता है तो डिफ्रेंशियल ग्रोथ की वजह से सिर में अपने आप गोलाई आ जाती है.

मिथक- मसाज करने से बच्चे शीघ्र चलते हैं.
सच्चाई- ये गलत है. मसाज करने से बच्चे शीघ्र नहीं चलते हैं बल्कि जेनेटिक पैटर्न, न्यूट्रिशियन, डेवेलपमेंट के अनुसार बच्चे चलना सीखते हैं.

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