इस एप के जरिये चीनी नागरिक ने 1200 भारतीयों के खातों से 1400 करोड़ रुपये निकालकर हुआ फुर्र
नई दिल्ली। लालच बुरी बला है। यह जानते हुए भी लोग इसका शिकार हो जाते हैं। हो भी क्यों न, पैसा चीज ही ऐसी है। पैसों की इसी भूख का लाभ उठाकर एक चीनी नागरिक 1200 हिंदुस्तानियों के खातों से करीब 1400 करोड़ रुपये निकालकर हिंदुस्तान से फुर्र हो गया है। शातिर चीनी नागरिक ने गुजरात के कई लोगों को एक बेटिंग ऐप के जरिए लाखों रुपये कमाने का सपना दिखाया। अपना जाल फैलाने को दो वर्ष हिंदुस्तान में रहा। जैसे ही बहुत सारे लोगों ने उसका बेटिंग ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड कर यूज करना प्रारम्भ किया, तो ठग ने सबके खातों से पैसे इसी ऐप के माध्यम से निकाल लिए।
cnbcTV18 हिंदी की एक रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात पुलिस का बोलना है कि चीनी शख्स ने भारतीय लोगों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा के जरिए 15 से 75 वर्ष की उम्र के लोगों को निशाना बनाया। दानीदाता ऐप (Danidata App) के माध्यम से इस ठगी को अंजाम दिया गया। चीन के शेन्जेन क्षेत्र के वू उयानबे नाम के एक आदमी ने गुजरात के पाटन और बनासकांठा क्षेत्र में लोगों से ठगी की है। पुलिस को फर्जीवाड़ा के बारे में जून 2022 में पता चला था और तब से पुलिस मुद्दे की जांच कर रही है।
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2 वर्ष हिंदुस्तान में था चीनी नागरिक
पुलिस जांच में पता चला है कि चीनी नागरिक 2020 और 2022 के बीच हिंदुस्तान में था। उसने पाटन और बनासकांठा में समय बिताया, जहां उसने कई क्षेत्रीय लोगों से मुलाकात की और उन्हें अधिक अधिक पैसे कमाने का लालच दिया। उसने और गुजरात में उनके सहयोगियों ने मई 2022 में ऐप लॉन्च किया और लोगों को बेटिंग करने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ अच्छा रिटर्न देने का वादा किया।
हर दिन चुराए 200 करोड़ चुराए
पुलिस को संदेह है कि चीनी शख्स ने ऐप के माध्यम से प्रत्येक दिन लगभग 200 करोड़ रुपये चुराए। यह सिलसिला अचानक बंद होने से पहले 9 दिनों तक जारी रहा था। अभी तक 1200 लोगों से 1400 करोड़ रुपये ठगी होने का पता चल चुका है।
9 लोग गिरफ्तार
पुलिस फर्जी कंपनियां बनाकर हवाला नेटवर्क के जरिए पैसे जुटाने में चीनी आदमी की सहायता करने वाले नौ लोगों को अरैस्ट किया है। लेकिन अगस्त 2022 में जब गुजरात पुलिस ने कार्रवाई प्रारम्भ की, तब तक चीनी ठग चीन लौट चुका था। पुलिस के पास उसके विरुद्ध पर्याप्त सबूत नहीं हैं और इसी कारण अभी तक पुलिस ने उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया प्रारम्भ नहीं की है।