राहुल गांधी की सावरकर के प्रति दिए बयान को लेकर सिसायत हुई गर्म

Iमहाराष्ट्र में हमारी लड़ाई के पीछे प्रेरणा छत्रपति शिवाजी महाराज हैं और वीर सावरकर हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस मामले पर दिल्ली में राहुल गांधी से आमने-सामने बात करेंगे उन्होंने बोला कि मैं निश्चित रूप से उनसे बात करने की प्रयास करूंगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सावरकर को दिए बयान को लेकर सिसायत बहुत गर्म हो गई है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने राहुल को बयान को गलत बताते हुए बोला कि वह निश्चित रूप से गांधी हैं लेकिन सावरकर को घसीटने की आवश्यकता नहीं है. सावरकर हमारी प्रेरणा हैं. महाराष्ट्र में हमारी लड़ाई के पीछे प्रेरणा छत्रपति शिवाजी महाराज हैं और वीर सावरकर हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस मामले पर दिल्ली में राहुल गांधी से आमने-सामने बात करेंगे उन्होंने बोला कि मैं निश्चित रूप से उनसे बात करने की प्रयास करूंगा.
राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर हुई कार्रवाई के बाद अपनी सदस्यता गंवाने को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था. इस दौरान उन्होंने बोला था कि मेरा नाम सावरकर नहीं, मेरा नाम गांधी है. गांधी किसी से माफी नहीं मांगते हैं. वायनाड के पूर्व सांसद के बायन को लेकर बीजेपी और शिवसेना की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने भी गांधी को चेतावनी दी थी कि सावरकर को नीचा दिखाने से विपक्षी गठबंधन में “दरारें” पैदा होंगी. उद्धव ने बोला कि सावरकर ने 14 वर्ष तक अंडमान सेलुलर कारागार में अकल्पनीय यातनाएं झेलीं. हम सिर्फ पीड़ाओं को पढ़ सकते हैं. यह बलिदान का एक रूप है. हम सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.
बता दें कि राहुल गांधी अक्सर बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक वीडी सावरकर को निशाना बनाकर उन पर हमला करते रहे हैं. पिछले वर्ष नवंबर में गांधी ने हिंदुस्तान जोड़ो यात्रा के दौरान बोला था कि सावरकर अंडमान सेलुलर कारागार से मुक्त होने के लिए दया याचिका लिखने की बात कहते हुए बोला था कि उन्होंने अंग्रेजों से पेंशन भी स्वीकार किया. उन्होंने यह भी दावा किया कि सावरकर ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश गवर्नमेंट की सहायता की थी, जिसके कारण बीजेपी और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था.