आज जोधपुर जिले के दौरे पर आएंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के दौरे पर हैं। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के गढ़ कहे जाने वाले जोधपुर जिले के दौरे पर आएंगे। जोधपुर संभाग मारवाड़ क्षेत्र का हिस्सा है। इसमें बाड़मेर, जोधपुर, पाली, जालोर और नागौर जिले शामिल हैं। यहां लोकसभा की पांच और विधानसभा की 43 सीटें हैं। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी इन सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए कार्यकर्ताओं को मंत्र देंगे।
जोधुपर संभाग (मारवाड़) में आने वाले ज्यादातर इलाकों को जाट बाहुल्य माना जाता है। 2013 में कांग्रेस पार्टी के इस गढ़ में बीजेपी ने भेद दिया था। उस समय बीजेपी ने यहां 43 विधानसभा सीटों में से 39 पर जीत दर्ज की थी। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर बाजी पलटी और 22 सीटों पर जीती, जबकि बीजेपी को 16 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। अब 2023 में बीजेपी यहां एक बार फिर जीत का परचम लहराना चाहेगी।
मारवाड़ में हनुमान बेनीवाल भी बीजेपी के लिए मुसीबत
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) और उसके अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल भी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए मुसीबत बन रहे हैं। बेनीवाल ने गठबंधन करने इनकार करते हुए अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। नागौर समेत मारवाड़ की राजनीति में आरएलपी का दबदबा है। इस क्षेत्र में आरएलपी तीसरा मोर्चा बनकर सामने आ सकती है।
ज्योति मिर्धा के शामिल होने से बीजेपी हुई मजबूत
कांग्रेस की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं थी। उनके बीजेपी में आने से पार्टी को मजबूती मिलने की बात कही जा रही है। मिर्धा राजघराने से ताल्लुक रखने वाली ज्योति मिर्धा राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। वे जाट समाज से आती हैं। ज्योति मिर्धा के दादा कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता रहे हैं। नागौर के सांसद रहने के साथ ही वे केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। 2009 में ज्योति नागौर सीट से सांसद रह चुकी हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। ज्योति का विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी में आने से नागौर की सीटों पर सीधा असर हो सकता है। साथ मारवाड़ के अन्य इलाकों में भी वे बीजेपी के लिए लाभ वाला साबित हो सकती हैं।
सीएम के बेटे हार गए थे चुनाव
जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सबसे कारगर क्षेत्र है। 2019 के लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और गजेंद्र सिंह शेखावत चुनाव में उतरे थे। चुनाव में वैभव गजेंद्र से हार गए थे। इसे मोदी की जीत बोला गया था। ये विधानसभा चुनाव भी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और गहलोत के बीच का बताया जा रहा है।