अंतिम सावन सोमवार पर कौन से 5 शुभ संयोग बन रहे हैं, जानें…
भगवान भोलेनाथ का प्रिय माह सावन अब अपने समाप्ति की ओर है। सबसे अच्छी बात ये है कि श्रावण मास का समाप्ति सोमवार के दिन हो रहा है, जो व्रत की दृष्टि से बहुत ही अच्छा माना जाता है। यह इस वर्ष का आखिरी सावन सोमवार व्रत होगा। आखिरी सावन सोमवार के दिन 5 शुभ संयोग बन रहे हैं। वैसे तो आप पूरे वर्ष कभी भी शिव पूजा कर सकते हैं लेकिन सावन सोमवार आपको बार-बार नहीं मिलेगा। आखिरी सावन सोमवार पर आप व्रत और शिव पूजा करके भगवान भोलेनोथ का आशीर्वाद प्राप्त कर लें, अन्यथा इस मौके को चूक गए तो फिर आपको 1 वर्ष तक प्रतीक्षा करना होगा। तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि आखिरी सावन सोमवार कब है? आखिरी सावन सोमवार पर कौन से 5 शुभ संयोग बन रहे हैं?
कब है आखिरी सावन सोमवार 2024?
इस वर्ष का आखिरी सावन सोमवार व्रत 19 अगस्त को है। आखिरी सावन सोमवार के दिन श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। वैदिक पंचांग के अनुसार, 19 अगस्त को ही श्रावण तिथि 3:04 एएम से प्रारम्भ होगी और रात 11:55 बजे तक रहेगी।
अंतिम सावन सोमवार पर 5 शुभ संयोग
अंतिम सावन सोमवार के दिन 5 शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है। आखिरी सावन सोमवार पर शोभन योग बन रहा है, जो सूर्योदय से लेकर देर रात 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। वहीं रवि योग सुबह में 5 बजकर 53 मिनट से सुबह 8 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। रवि योग में सभी दोषों को दूर करने की क्षमता होती है।
अंतिम सावन सोमवार पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो 05:53 ए एम से 08:10 ए एम तक रहेगा। इस योग में आप जो भी कार्य करेंगे, वह सफल सिद्ध हो सकता है। ये तीनों ही योग शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।
अंतिम सावन सोमवार व्रत पर इन 3 शुभ संयोगों के अतिरिक्त सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन भी है। सावन पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं सावन पूर्णिमा के दिन भद्रा रहित मुहूर्त में बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाते हैं।
अंतिम सावन सोमवार 2024 मुहूर्त
19 अगस्त को आखिरी सावन सोमवार पर शिव पूजा के लिए सबसे उत्तम समय योग के आधार पर 05:53 ए एम से 08:10 ए एम के बीच है। वैसे पूरे दिन बना शोभन योग भी पूजा पाठ के लिए अच्छा है।
अंतिम सावन सोमवार 2024 जलाभिषेक समय
सावन सोमवार के दिन भगवान शिव का जल से अभिषेक करते हैं। आखिरी सावन सोमवार को आप 05:53 ए एम से शिव जी का जलाभिषेक कर सकते हैं। उस दिन रक्षाबंधन का त्योहार दोपहर से मनाया जाएगा, इसलिए आप जलाभिषेक और शिव पूजा का कार्यक्रम सुबह में कर सकते हैं।