Rajasthan में कांग्रेस ने चुनावों से पहले ERCP को लेकर इन जिलों में जनजागरण अभियान की शुरू
पूर्वी राजस्थान विधानसभ चुनाव 2018 में कांग्रेस पार्टी के लिए सत्ता का एंट्री गेट बना था। यहां की 83 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस पार्टी ने 49 अपने कब्जे में की थी और बीजेपी महज 25 सीटों पर सिमट कर रह गई। अब चुनाव एक बार फिर सर पर हैं और पूर्वी राजस्थान के इन 13 जिलों को लेकर कांग्रेस-भाजपा के बीच घमासान छिड़ गया है। कांग्रेस पार्टी ने चुनावों से एन पहले ERCP (ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट) को लेकर इन जिलों में जनजागरण अभियान प्रारम्भ कर दिया है। ERCP के भीतर आने वाले दौसा जिले की सिकराय विधानसभा में आज को प्रियंका गांधी बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगी। चुनावों में यह उनका पहला दौरा भी है। सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी आज दोपहर एक बजे तक दौसा के कांदौली गांव (सिकराय) पहुंचेंगी। प्रियंका की सभा से पहले सचिन पायलट सहित कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेता सभा स्थल का दौर कर चुके हैं। आचार संहिता लगने के बाद दौसा जिले में पहली बड़ी सभा है। सिकराय में प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी के जन जागरण अभियान के समाप्ति पर सभा को संबोधित करेंगी। इस दौरान वे ईआरसीपी के मामले पर केंद्र गवर्नमेंट को घेरेंगी।
पीएम को चिट्ठी लिखकर लगातार मामला जिंदा रखा
सीएम अशोक गहलोत इस मामले का राजनीतिक असर अच्छे से जानते हैं। इसलिए पिछले पांच वर्षों में उन्होंने लगातार इस मामले को गरमाए रखा। गहलोत इल्जाम लगाते रहे कि पीएम मोदी इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के अपने चुनावी वादे से पलट गए। ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने की मांग को लेकर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को 11 बार पत्र लिखे।
परियोजना की डीपीआर के अनुसार लागत- 37247 करोड़
परियोजना की डीपीआर के अनुसार राजस्थान के 26 बड़े और मध्यम आकार की सिंचाई परियोजनाओं को इसका लाभ मिलना है। कमांड एरिया में 2 लाख हैक्टेयर की नयी भूमि शामिल करने की बात डीपीआर में है। वर्तमान स्थिति: परियोजना की डीपीआर 19 नवंबर 2017 को सीडब्लूसी को भेजी जा चुकी है। इस डीपीआर पर मध्यप्रदेश ने विरोध करते हुए इसके विरुद्ध उच्चतम न्यायालय में याचिका लगा दी।
बचाव में अब तक बीजेपी के बयान
इधर बीजेपी अब तक इस मामले की कोई राजनीतिक काट नहीं ढूंढ पाई है। हालांकि उसके नेता लगातार इस मामले पर सफाई भरे बयान देते हैं। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी: बीजेपी के केंद्रीय मंत्री गुरुवार को जयपुर आए और ईआरसीपी को लेकर बयान दिया। उन्होंने बोला कि ERCP और पार्वती काली सिंध का काम करने के लिए हम तैयार है। प्रारूप तैयार है। केंद्र ने राजस्थान और मध्यप्रदेश से साझा किया है। नदियों से जुड़ी समिति ने इसे अहमियत में शामिल किया है। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट पर हमने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। हमने डिटेल रिपोर्ट राजस्थान और मप्र को भेजी है। दोनों राज्य सरकारों की स्वीकृति के बाद केंद्र गवर्नमेंट इसे आगे बढ़ाएगी। वहीं, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इल्जाम लगाते हैं कि ईआरसीपी कांग्रेस पार्टी के लिए योजना नहीं केवल चुनावी मामला है।
प्रधानमंत्री ने बोला था हम तैयार हैं
इसी वर्ष दौसा आए पीएम मोदी ने ईआरसीपी के मामले पर बोला था कि ERCP और पार्वती काली सिंध का काम करने के लिए हम तैयार हैं। प्रारूप तैयार है। केंद्र ने राजस्थान और मध्यप्रदेश से साझा किया है। नदियों से जुड़ी समिति ने इसे अहमियत में शामिल किया है। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट पर हमने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। हमने डिटेल रिपोर्ट राजस्थान और मप्र को भेजी है। दोनों राज्य सरकारों की स्वीकृति के बाद केंद्र गवर्नमेंट इसे आगे बढ़ाएगी।