झारखण्ड में पति और पत्नी एक यूवक की हत्या कर फेंका रेलवे ट्रैक पर
Jharkhand young man murder case: झारखंड के सोनभद्र में एक पुरुष की मर्डर का मुद्दा सामने आया है। पुरुष की मर्डर पति और पत्नी ने की। जिसके बाद मुद्दे को एक्सीडेंट दिखाने के लिए इसे रेलवे ट्रैक पर रख दिया। पुलिस भी एक बार गच्चा खा गई थी। क्योंकि जब बॉडी को बरामद किया गया तो लगा कि ये दुर्घटना है। लेकिन जब मुद्दे की जांच की गई तो पूरा भेद खुल गया। पुरुष के हाथ-पैर काटकर हत्या को अंजाम दिया गया।
पुलिस ने आरोपी पति और पत्नी को अरैस्ट कर लिया है। पति ने पुलिस को कहा कि मृतक हर रोज उसकी पत्नी को तंग करता था। वह कई बार छेड़छाड़ कर चुका था। उसे कई बार समझाया गया था, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया था। जिसके बाद वे लोग तंग आ गए। उन लोगों ने उसे मृत्यु के घाट उतारने की सोची। हत्या विंढमगंज पुलिस स्टेशन के जोरुखाड गांव में हुआ है।
एक बार तो पुलिस को भी लगा-एक्सीडेंट है
बता दें कि पुलिस ने 13 सितंबर की रात को डेडबॉडी बरामद की थी। रेलवे ट्रैक से मिली बॉडी के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी। जिसके बाद मृतशरीर की पहचान के लिए पुलिस ने जोरुखाड के प्रधान विमल यादव को बुलाया था। जिनके साथ कई और भी ग्रामीण थे। लेकिन पुलिस को मृतक के बारे में कुछ पता नहीं लग सका था। जिसके बाद पुलिस ने आसपास के कई गांवों में फोटो के जरिए पहचान का कोशिश किया था।
सोशल मीडिया पर भी फोटो डाली गई थी। जिसके बाद लोगों की ओर से यही बोला गया कि ये एक्सीडेंट है। पुरुष ट्रेन से कटकर मरा है। जिसके बाद पुरुष की पहचान कधवान थाना क्षेत्र के ऊंटरी के रहने वाले इरशाद आलम के तौर पर हुई। पुलिस ने उसके पिता मुर्तुजा हुसैन को बुलाया और पोस्टमार्टम करवाया। जिसके बाद पता लगा कि पुरुष को पहले नशा दिया गया। बाद में हत्या किया गया है।
पति को पता लग गया था, इसलिए बात करनी बंद कर दी
जिसके बाद पुलिस ने जांच की। कॉल डिटेल में पुलिस को साइमा नाम की स्त्री का नंबर हाथ लगा। जिसके बाद पता लगा कि वह जोरुखाड की रहने वाली है। पुलिस ने दबिश देकर उसको अरैस्ट कर लिया। जिसके बाद उसके पति जाकिर अंसारी को भी अरेस्ट कर पूछताछ की तो दोनों ने अपना क्राइम कबूल कर लिया। साइमा ने कबूल किया कि उसका इरशाद से अफेयर था। लेकिन उसके पति को पता लगा तो वह उससे वार्ता बंद कर चुकी थी।
लेकिन वह परेशान कर रहा था। बाद में नया नंबर लिया। जिसके बाद भी उसको कहीं न कहीं से नंबर पता लग जाता था। जिसके बाद मुकदमा भी दर्ज करवाया था। लेकिन वह नहीं माना। जिसके बाद उसको बहाने से बुलाया और नशा देकर बेहोश कर दिया। बाद में उसे मृत्यु के घाट उतार घर से 500 मीटर दूर ट्रैक पर फेंक दिया।