फलदार पौधों के लिए रिमझिम बारिश का मौसम रहेगा अनुकूल
दमोह जिले में हो रही रिमझिम बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है, खासकर जो फलदार पौधों की खेती करते हैं। उद्यानिकी विभाग के प्रमुख अधिकारी पी एल अहिरवार के अनुसार, यह मौसम फलदार पौधों जैसे आंवला, अनार, अमरूद, आम आदि के रोपण के लिए सबसे अनुकूल है।
पौधों की ग्रोथ में तेजी
बारिश के मौसम में पौधों को पर्याप्त पानी मिलता है, जिससे उनकी जड़ें सरलता से नमी को सोख पाती हैं। पी एल अहिरवार ने वार्ता में कहा कि इस मौसम में पौधों की ग्रोथ तेजी से होती है और वे कम समय में ही फल देने लगते हैं। रिमझिम बारिश का लाभ यह है कि मिट्टी को धीरे-धीरे नमी मिलती है, जिससे पौधों की जड़ें सुरक्षित रहती हैं और मिट्टी का तापमान भी नियंत्रित रहता है, जो पौधों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, मामूली बारिश कीटों को अधिक देर तक टिकने नहीं देती, जिससे पौधे सुरक्षित रहते हैं।
भारी बारिश में सावधानियां
हालांकि, वैज्ञानिकों ने किसानों को भारी बारिश के दौरान सावधानी बरतने की राय दी है। भारी बारिश में निदाई-गुड़ाई करने से बचने और खाद या कीटनाशक का छिड़काव न करने की सिफारिश की गई है, क्योंकि इससे मिट्टी बह सकती है और पौधों को हानि हो सकता है।
किसानों के लिए अवसर
फलदार पौधों की खेती करने वाले किसानों के लिए यह मौसम आर्थिक रूप से भी लाभ वाला हो सकता है। पौधे इस मौसम में तेजी से बढ़ते हैं और जल्द ही फल देने लगते हैं, जिससे किसानों की आमदनी में वृद्धि होती है। पी एल अहिरवार ने बोला कि यह मौसम किसानों के लिए उनके आर्थिक हालात में सकारात्मक परिवर्तन लाने का सुनहरा मौका है।
कुल मिलाकर, यह समय फलदार पौधों के रोपण के लिए आदर्श है, और उचित देखभाल से किसान कम समय में अच्छी फसल प्राप्त कर सकते हैं।