केन्द्रीय कारागृह जोधपुर में नवरात्रि अवसर पर हुआ डांडिया गरबा का आयोजन
जोधपुर, 25 अक्टूबर (हि।स।)। राजस्थान के कारावास इतिहास में प्रथम बार केन्द्रीय कारागृह जोधपुर में इस नवरात्रि में डांडिया गरबा का आयोजन किया गया। कारागृह में यह गरबा डांडिया उत्सव नवरात्रि में 22 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक तीन दिवस आयोजित किया गया। गरबा के लिए बंदियों को प्रशिक्षण दिया जाकर अभ्यास करवाया गया। उसके बाद गरबा का बहुत बढ़िया आयोजन किया गया। कारावास में गरबा के लिए पंडाल सजाया गया एवं सजावट की गई।
जेल अधीक्षक राजपाल सिंह द्वारा मां दुर्गा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर गरबा का शुरुआत किया गया। बंदियों में समाज के प्रति दायित्व बोध जागृत करने के लिए प्रेरित किया गया। पंडाल के अंदर बंदियों के द्वारा कई प्रकार के डांडिया गरबा किए गए। जिसमें प्रमुख रूप से तीन ताली गरबा, डांडिया गरबा, रास गरबा, हींच गरबा आदि प्रमुख रूप से थे। माता के भजनों एवं अन्य गानों पर गरबा प्रस्तुत किए गए। बंदियों के लिए गरबा एक नया मनोरंजन कार्यक्रम था बंदियों ने गरबा डांडिया डांस को बहुत पसंद किया एवं खुशी से झूम उठे। इस अवसर पर बंदियों ने हनुमान, श्रीराम एवं रावण का एक्टिंग भी प्रस्तुत किया।
जेल अधीक्षक राजपाल के मुताबिक बंदियों के बीच नींबू, चम्मच दौड़ एवं म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विजेता रहे बंदियों को कारावास प्रशासन द्वारा पुरस्कृत किया गया। कारावास में पुरस्कार पाकर बंदियों ने विशेष खुशी जाहिर की एवं कारावास व्यवस्थाओं से बहुत खुश नजर आए।
बंदियों में सुधारात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं समाज के प्रति दायित्व बोध उत्पन्न करने के लिए पिछले काफी समय से बंदियों के लिए कारावास में हर त्योहार पर अन्य विशेष अवसरों पर विशेष प्रकार से कार्यक्रमों का आयोजन कर संबंधित जीवंत दृश्य को बंदियों से ही अभिनित करवा कर प्रस्तुत किया जाता है। इससे बंदियों में कारावास प्रशासन के प्रति समाज के प्रति दायित्व बोध उत्पन्न हो रहा है तथा बंदियो में सुधार आ रहा है। मंच संचालन जेलर महेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर कारावास उपाधीक्षक सौरभ स्वामी, जेलर हड़वंत सिंह, कविता विश्नोई, तुलसीराम, अचलाराम, मनोहरसिंह और अन्य स्टाफ शामिल रहा।