तीर्थराज मचकुंड के मेले में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड पर ऋषि पंचमी से प्रारम्भ हुए देवछठ मेले पर भगवान लाडली जगमोहन की मंगला आरती के बाद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. लाखों की तादाद में श्रद्धालु मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से पहुंच रहे हैं. मचकुंड सरोवर में
भगवान रणछोड़ की नगरी धौलपुर में ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड पर ऋषि पंचमी से साधु संतों के शाही स्नान के बाद मेले की आरंभ हो गई. साधु संतों द्वारा ध्वजा पताकाएं लगाकर शाही सवारी निकाली गई. मचकुंड सरोवर पर ब्रह्म बेला में शाही स्नान किया गया. साधु संतों और श्रद्धालुओं द्वारा मचकुंड सरोवर की पूजा अर्चना कर परिक्रमा भी की गई. ऋषि पंचमी से छठ तक दो दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु मचकुंड धाम पर दर्शन करने पहुंचते हैं. भगवान लालडी जगमोहन की श्रद्धालुओं द्वारा सुबह से ही पूजा अर्चना की गई है. श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे और लंगर भी लगाए गए.
नव विवाहित जोड़ों की कलंगियों का किया जा रहा विसर्जन मचकुंड सरोवर में नव विवाहित जोड़ों की कलंगियों का विसर्जन किया जा रहा है. पौराणिक मान्यता के अनुसार नव विवाहित जोड़ों की कलंगी और मोहरों का मचकुंड में विसर्जन करने की पुरानी मान्यता रही है. बताते हैं कि नव पति-पत्नी के जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है. भगवान मचकुंड सभी की इच्छा पूरी करते हैं.
प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था मचकुंड पर चलने वाले दो दिवसीय मेले को लेकर प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्थाएं की हैं. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है. मचकुंड सरोवर के आस पास अप्रिय घटना को देखते हुए 50 गोताखोर भी तैनात किए हैं. पार्किंग और पेयजल प्रबंध के साथ मचकुंड सरोवर के चारों ओर लाइट की भी बेहतर प्रबंध की है.