प्रतापगढ़ में शक्ति और भक्ति की आराधना के पर्व नवरात्रि की धूम
5th Day of Navratri 2023: नवरात्रि में मां के भक्तों की आस्था काफी प्रगाढ़ हो जाती है। मां के सभी भक्त लोकमंगल और अपने जीवन मंगल के लिए कामना करते हैं,लेकिन आपको आज हम नवरात्रि की कहानी बताएंगे।आपको बता दें कि इन दिनों में मां दुर्गा ने लोकमंगल के लिए राक्षस का वध किया था।राक्षस महिषासुर का अंत करके आतंक का खात्मा किया था।
ये है नवरात्रि की कहानी
तबसे सभी भक्त लोकमंगल के लिए मां दुर्गा की उपासना करते हैं। मां दुर्गा की उपासना के लिए ये 9 दिन काफी खास मानें जाते हैं। इसीक्रम में प्रतापगढ़ में नवरात्रि की धूम देखी जा सकती है। ईश्वर राम ने भी मां दुर्गा की उपासना करके 10 वें दिन रावण का वध किया था, दशहरे के दिन।
शुभांकर है गरबा नृत्य
प्रतापगढ़ में शक्ति और भक्ति की आराधना के पर्व नवरात्रि की धूम है।शहर में 20 से अधिक स्थानों पर गरबा पंडाल सजाए गए है।यहां पर देर रात तक गुजराती गरबों पर पुरुष युवतियों द्वारा डांडिया नृत्य की बहुत बढ़िया प्रस्तुतियां दी जा रही है।गरबा पंडालों में सुन्दर विद्युत सजावट भी की गई है।
शास्त्रों में नृत्य को साधना का एक मार्ग कहा है। गरबा का शाब्दिक अर्थ है गर्भ दीप। गर्भ दीप दरअसल महिला के गर्भ की सृजन शक्ति का प्रतीक माना गया है।
डांडिया नृत्य
9 दिनों तक चलने वाले नवरात्रि के पर्व को लेकर प्रतापगढ़ शहर के लोगों में काफी उत्साह है।विभिन्न स्थानों पर सजाए गए गरबा पंडालों में पुरुष और युवतियां देर रात तक डांडिया नृत्य करते हुए देखे जा रहे हैं।शहर के रंगलो कल्चर परिवार की ओर से भी गरबा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
महोत्सव के पांचवें दिन खेरादी मोहल्ले में बड़ी संख्या में युवा रंग-बिरंगे परिधानों में गुजराती गरबों पर डांडिया नृत्य करते देखे गए।गरबा पंडालों में सुन्दर विद्युत सजावट भी की गई है।रंगलो कल्चर परिवार के उत्सव जैन ने कहा कि उत्कृष्ट डांडिया नृत्य करने वाले युवाओं को थेवा कला का सेट पारितोषिक के रूप में रोजाना प्रदान किया जा रहा है।शहर के गरबा पंडालों में इस बार पुलिस की ओर से सुरक्षा के पूरे व्यवस्था किए गए हैं।