क्या इस शिकायत के बाद सीएम गहलोत का नामांकन हो सकता है रद्द…
CM Ashok Gehlot Nomination: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नामांकन में आपराधिक मुद्दे छुपाने की जानकारी सामने आई है। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर सरदारपुरा रिटर्निंग ऑफिसर संजय कुमार बासु को कम्पलेन दर्ज कराई। कम्पलेन के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने रिटर्निंग ऑफिसर से मुद्दे की जानकारी मांगी। इधर इस मुद्दे को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी पर जुबानी धावा कहा है। ऐस में क्या इस कम्पलेन के बाद मुख्यमंत्री गहलोत का नामांकन रद्द हो सकता है! इसको लेकर कई अटकलें लगाई जा रही है।
सीएम गहलोत ने 6 नवंबर को नामांकन तिथि के आखिरी दिन नामांकन दर्ज किया। भाजपा के मुताबिक मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने नामांकन में दिए शपथ पत्र 2 आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाई है। भाजपा ने एडवोकेट नाथू सिंह राठौड़ के जरिए रिटर्निंग ऑफिसर के पास कम्पलेन दर्ज कराई। कम्पलेन दर्ज होने के बाद खलबली मच गया। हालांकि मुख्यमंत्री गहलोत ने चार नामांकन पत्र दाखिल किए ताकि यदि कोई गलती हो दूसरा पत्र वेलिड बताया जा सके।
#WATCH | Rajasthan सीएम Ashok Gehlot files nomination from the Sardarpura Assembly constituency for the upcoming Assembly elections in Rajasthan. pic.twitter.com/sgpDCF0YJA
— ANI (@ANI) November 6, 2023
यह दो मुद्दे छिपाए गए
शिकायत के मुताबिक पहला आपराधिक मुद्दा 8 सितंबर का है। जो कि जयपुर के गांधी नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया था। पत्र में एफआईआर की संख्या 409/2015 बताई गई है। इसमें धारा 166, 420, 409, 471, 120बी और 467 के अनुसार दर्ज हुआ हैं। यह मुद्दा अभी न्यायालय में लंबित है। इसकी सुनवाई 24 नवंबर 2023 को होनी है। जबकि दूसरा मुद्दा 31 मार्च 2022 का है। जिसमें न्यायालय की ओर से गहलोत समेत अन्य केे विरुद्ध मुद्दा दर्ज कराने का आदेश था।
शपथ पत्र में 3 मामलों का किया जिक्र
ऑनलाइन कम्पलेन के मुताबिक मुख्यमंत्री गहलोत के विरुद्ध पांच मुद्दे चल रहे हैं। हालांकि गहलोत ने सभी मामलों का उल्लेख नहीं किया है। उन्होंने जानकारी छिपाते हुए दो मामलों को खुलासा नहीं किया। उन्होंने अपने शपथ पत्र में भी 5 की स्थान 3 ही मामलों का उल्लेख किया हैं। इनमें एक दिल्ली का दो जयपुर के बताए जा रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु गुप्ता ने कहा कि औनलाइन कम्पलेन दर्ज हुई है। रिटर्निंग अधिकारी से इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।