भाजपा और कांग्रेस छत्तीसगढ़ में जीत के लिए लगातार बहा रही पसीना
Chhattisgarh assembly election 2023: बीजेपी और कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ में जीत के लिए लगातार पसीना बहा रही है। भाजपा की ओर से 85 सीटों पर कैंडिडेट्स का घोषणा किया जा चुका है। उसे पांच और सीटों पर प्रत्याशियों का घोषणा करना है। अभी तक बीजेपी 16 पूर्व मंत्रियों पर दांव लगा चुकी है। बीजेपी की लिस्ट में अब तक केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद रेणुका सिंह, सांसद गोमती साय के नाम शामिल हैं। पार्टी की ओर से बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव के अतिरिक्त सांसद विजय बघेल को भी मैदान में उतारा गया है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय के सहारे भी जीत की कवायद की जा रही है।
इन हारे हुए पूर्व मंत्रियों को मिली टिकट
रायपुर पश्चिम से राजेश मूणत, भिलाई नगर से प्रेम प्रकाश पांडेय, बैकुंठपुर से भैयालाल राजवाड़े को उतारा गया है। वहीं, प्रताप नगर से रामसेवक पैकरा, बिलासपुर से अमर अग्रवाल और नवागढ़ से दयालदास बघेल पर दांव खेला गया है। नारायणपुर से केदार कश्यप और बीजापुर से महेश गागड़ा को टिकट दी गई है।
जो पूर्व 16 मंत्री उतारे गए हैं, उनमें पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का नाम भी शामिल है। उनके 3 कार्यकाल में ये 16 लोग जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। खास बात है कि बीजेपी ने इस बार कोई मुख्यमंत्री फेस नहीं किया है। बताया जा रहा है कि इस बार पार्टी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के सहारे पार पाने की प्रयास में है। जिस हिसाब से टिकट वितरण हुआ है, बोला ये भी जा सकता है कि पार्टी पुराने चेहरों को नाराज नहीं करना चाहती। जो 16 पूर्व मंत्री मैदान में उतारे गए हैं, वे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खास माने जाते हैं।
भाजपा ने अभी तक दो बार में अपने 85 प्रत्याशियों का घोषणा किया है। आदिवासी नेता होने के कारण इस बार विधानसभा में केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह को उतारा गया है। बताया जा रहा है कि वे क्षेत्र में अपनी अच्छी पकड़ रखती हैं। यहीं से पूर्व मंत्री रामविचार नेताम भी लड़ रहे हैं। सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर अभी कांग्रेस पार्टी जीती हुई है। बिलासपुर संभाग से बीजेपी की ओर से पुन्नूलाल मोहिले, डाक्टर कृष्णमूर्ति बांधी, अमर अग्रवाल और पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर को मैदान में उतारा गया है।
अपनी पुरानी सीट से ही मैदान में रमन सिंह
पूर्व सीएम डाक्टर रमन सिंह राजनांदगांव सीट से लड़ रहे हैं। वे पिछली बार भी यहीं से लड़े थे। इसी संभाग से बीजेपी ने प्रेमप्रकाश पांडेय और दयालदास बघेल को मौका दिया है। दोनों पूर्व मंत्री रहे हैं। वहीं, बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत और अजय चंद्राकर भी बीजेपी ने दांव लगाया है। ये लोग पूर्व मंत्री रहे हैं। रायपुर संभाग में कुल 20 सीटें हैं। जिसमें से 14 कांग्रेस, एक जकांछ और 5 बीजेपी के पास हैं।
बस्तर संभाग से बीजेपी ने रमन कैबिनेट में शामिल रहे चेहरों को मौका दिया है। यहां से महेश गागड़ा, केदार कश्यप, विक्रम उसेंडी और लता उसेंडी को मैदान में उतारा गया है। लता के जिम्मे संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है। बस्तर में पिछली बार बीजेपी का प्रदर्शन लोकसभा और विधानसभा में खराब रहा था। बताया जा रहा है कि इसी कारण लता को जिम्मेदारी दी गई है। यहां की सभी 12 सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की थी।