क्यों अमेरिका को खुश रखने वाली बात कर रहा पाकिस्तान...

अमेरिका और चीन के बीच बीते कुछ वर्षों से कोल्ड वॉर जैसी स्थिति है. दोनों ही राष्ट्र अपना असर जमाने की प्रयास में हैं और आर्थिक से लेकर कूटनीतिक स्तर पर संघर्ष की स्थिति बनी हुई है. इस बीच चीन से बड़े पैमाने पर सहायता लेने वाले और उसके जरिए ही चाइना पाक इकनॉमिक कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट पाने वाले पाक ने बड़ा बयान दिया है. पाक का बोलना है कि वह चीन के ब्लॉक में नहीं है. पाक ने गुरुवार को बोला कि उसने ‘चाइना ब्लॉक’ जॉइन नहीं किया है. पाक का यह बयान अहम बताया जा रहा है क्योंकि बीते कुछ वर्षों में उसकी चीन पर निर्भरता बेहद बढ़ी है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने कहा, ‘मैं ऐसी किसी भी चर्चा को खारिज करना चाहूंगी, जिसमें बोला जा रहा है कि पाक ने किसी ब्लॉक को जॉइन कर लिया है. पाक की यह नीति रही है कि हम ब्लॉक पॉलिटिक्स में विश्वास नहीं करते.’ उन्होंने बोला कि हमारे चीन के साथ सदाबहार रणनीतिक संबंध हैं. मुमताज बलोच ने बोला कि पाक के दुनिया के अनेक राष्ट्रों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं. इन राष्ट्रों में मिडिल ईस्ट, एशिया पैसिफिक के देश, यूरोप और अफ्रीका शामिल हैं.
क्यों अमेरिका को खुश रखने वाली बात कर रहा पाकिस्तान
माना जा रहा है कि पाक का यह स्टैंड अमेरिका को खुश रखने के लिए है. पाक के जानकारों का बोलना है कि आईएमएफ की ओर से पाक को लोन जारी नहीं किया जा रहा है. आईएमएफ पर अमेरिका का अच्छा असर माना जाता है. बोला जा रहा है कि उसी के चलते आईएमएफ ने पाक को लोन देने में आनाकानी की है. शायद इसीलिए पाक के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को लुभाने वाली बात कही है.
जितना पुराना पाकिस्तान, उतना ही अमेरिका से हमारा रिश्ता
बलोच ने कहा, ‘अमेरिका तो पाक के सबसे पुराने दोस्तों और साझीदारों में से एक है. हमारा अमेरिका के साथ उतना ही पुराना रिश्ता है, जितना हमारा बनना. पाक और अमेरिका के संबंध कई स्तरों पर रहे हैं.’ पाक गवर्नमेंट ने बोला कि हम किसी भी एक ब्लॉक में जाने के पक्ष में नहीं हैं. बता दें कि अमेरिका के करीब 60 सांसदों ने जो बाइडेन गवर्नमेंट से अपील की है कि वह पाक में फैली सियासी अस्थिरता में दखल दे.