सावरकर विवाद: जल्द ही सावरकर विवाद को दूर करने के लिए व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे राहुल-उद्धव

सावरकर विवाद: जल्द ही सावरकर विवाद को दूर करने के लिए व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे राहुल-उद्धव

मुंबई. एक ताजा घटनाक्रम में, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी जल्द ही सावरकर टकराव को दूर करने के लिए पर्सनल रूप से मिलेंगे. यह बात राज्य कांग्रेस पार्टी प्रमुख नाना पटोले ने कही. साथ ही, शिवसेना (यूबीटी) के सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने भी इसी मामले पर गांधी से मिलने और मुद्दे को सुलझाने की अपनी योजना की घोषणा की. सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने ठाकरे पर कटाक्ष किया.

एक दिन पहले ठाकरे ने सार्वजनिक रूप से कांग्रेस पार्टी नेता से स्वातं˜यवीर विनायक डी सावरकर का अपमान करने से बचने की अपील की. राहुल गांधी ने बोला था कि मैं माफी नहीं मांगूंगा, क्योंकि मैं सावरकर नहीं हूं, गांधी हूं.

भाजपा के विरूद्ध लड़ाई में राहुल गांधी को अपने पूर्ण समर्थन की घोषणा करते हुए, ठाकरे ने उनसे (गांधी) से आग्रह किया कि वीर सावरकर जो हमारे आदर्श हैं, उन्हें निशाना बनाने से बचें.

रविवार देर रात नासिक के मुसलमान बहुल मालेगांव शहर में एक विशाल रैली ठाकरे ने कांग्रेस पार्टी नेता को संबोधित करते हुए कहा, मैं सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी से अपील कर रहा हूं, आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, राष्ट्र के लिए लड़ रहे हैं. लेकिन, सावरकर हमारे आदर्श हैं, हम उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.

इसका समर्थन करते हुए, राउत ने बोला कि वीर सावरकर हमारे विश्वास का विषय हैं, और इस तरह के बयान असहनीय हैं, यह कहते हुए उन्होंने बोला कि वह नयी दिल्ली में एक या दो दिन में गांधी से बात करेंगे और मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करेंगे.

इससे पहले, शिवसेना (यूबीटी) ने नवंबर में हिंदुस्तान जोड़ो यात्रा के दौरान सावरकर के प्रति गांधी की टिप्पणियों पर कड़ी विरोध जताई थी.

हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में अपने संबंधों के टूटने की आसार से इनकार किया. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंधे और सांसद रजनी ए पाटिल ने बोला कि सावरकर मामले पर उनका रुख साफ है.

इसी तरह, पटोले ने घोषणा की कि सावरकर मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का रुख सभी को अच्छी तरह से पता है और संकल्प लिया कि पार्टी कोई वैचारिक समझौता नहीं करेगी.