मध्य प्रदेश : आत्महत्या करने वाली जूनियर डॉक्टर के परिजनों ने कॉलेज की तीन महिला शिक्षकों पर लगाए आरोप
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में खुदकुशी करने वाली बाला सरस्वती के परिजनों ने कॉलेज की तीन स्त्री शिक्षकों पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं. साथ ही ताने मारने और 36 घंटे तक काम कराने के भी आरोपों का जिक्र किया है.
दरअसल, आंध्र प्रदेश से नाता रखने वाली बाला सरस्वती ने रविवार-सोमवार की रात बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर खुदकुशी कर ली. उसके बाद से खुदकुशी के कारणों की तह तक जाने की प्रयास पुलिस कर रही है. दूसरी तरफ उसके परिजन खुलकर सामने आए हैं.
बाला सरस्वती के पति जयवर्धन चौधरी ने तीन स्त्री डॉक्टरों का नाम लेते हुए बोला है कि उनकी पत्नी को कामचोर कहकर ताने मारे जाते थे और 36 घंटे तक ड्यूटी कराई जाती थी. इतना ही नहीं हम दोनों रविवार को लंच करने गए थे, इसी दौरान मैसेज आया और उन्हें ड्यूटी पर बुलाया गया.
परिजनों का इल्जाम है कि बाला सरस्वती की थीसिस स्वीकार नहीं की जा रही थी. उसको छह माह का एक्सटेंशन दिया गया था, इतना ही नहीं चिकित्सा अवकाश मांगने पर भी अवकाश मंजूर नहीं किया गया. उसे कई अन्य तरह से भी परेशान किया जाता था. कहा गया है कि बाला सरस्वती ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें विभाग की तीन स्त्री डॉक्टरों पर इल्जाम लगाए गए हैं.
सुसाइड नोट में स्त्री डॉक्टरों द्वारा दी जाने वाली प्रताड़ना का भी जिक्र किया है. पूरा सुसाइड नोट उसने अंग्रेजी में लिखा है. बाला सरस्वती के खुदकुशी करने के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने काम नहीं किया और उन्होंने मांग की है कि छात्रा की मृत्यु के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय की जाए. जूनियर डॉक्टर्स का बोलना है कि इससे पहले भी एक जूनियर चिकित्सक ने खुदकुशी की थी. मगर उस मुद्दे में भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.